Prerak Prasang: भक्तवत्सल भगवान
Prerak Prasang: एक समय लक्ष्मी जी विष्णुजी को भोजन करा रही थी, विष्णुजी ने पहला ग्रास मुंह में लेने से पहले ही हाथ रोक लिया, और उठ कर चले गए।…
Prerak Prasang: एक समय लक्ष्मी जी विष्णुजी को भोजन करा रही थी, विष्णुजी ने पहला ग्रास मुंह में लेने से पहले ही हाथ रोक लिया, और उठ कर चले गए।…
Kahani: एक बेटी ने एक संत से आग्रह किया कि वो हमारे घर आकर उसके बीमार पिता से मिलें, प्रार्थना करें। बेटी ने यह भी बताया कि उसके बुजुर्ग पिता…
Kahani: यह एक मनोवैज्ञानिक सत्य है कि जैसा भाव हमारे मन में होता है वैसा ही भाव सामने वाले के मन में आता है। इस सबंध में एक ऐतिहासिक घटना…
Kahani: एक प्यासा आदमी एक कुएं के पास गया, जहां एक जवान औरत पानी भर रही थी। उस आदमी ने औरत से थोड़ा पानी पिलाने के लिए कहा, खुशी से…
Pauranik Katha: गुणगान से तो भगवान प्रसन्न होते ही हैं, लेकिन भगवान अपने भक्त के गुणगान से और ज़्यादा प्रसन्न होते हैं। बहुत पुरानी बात है। किसी शहर में नंदी…
Pauranik Katha: लक्ष्मण रेखा आप सभी जानते हैं पर इसका असली नाम शायद कम लोगों को ही पता हो। लक्ष्मण रेखा का नाम सोमतिती विद्या है। यह भारत की प्राचीन…
Kahani: एक व्यक्ति एक सेठ की दुकान पर नौकरी करता था। वह बहुत निष्ठा और कर्मठता से अपना काम करता था। उसके काम से सेठ बहुत प्रसन्न था और सेठ…
Kahani: एक गांव में एक बहुत बड़ा धनवान व्यक्ति रहता था। लोग उसे सेठ धनीराम कहते थे। उस सेठ के पास प्रचुर मात्रा में धन संपत्ति थी, जिसके कारण उसके…
Kahani: एक मछलीमार कांटा डाले तालाब के किनारे बैठा था। काफी समय बाद भी कोई मछली कांटे में नहीं फँसी, न ही कोई हलचल हुई तो वह सोचने लगा, कहीं…
Pauranik Katha: ज्ञान, प्रकाश के लिए होता है, अहंकार के लिए नहीं। जब ज्ञान अहंकार बन जाता है, तो वह तमस लेकर आता है, जो ज्ञान के प्रकाश को ढक…