Kahani: पाप और पुण्य
Kahani: गाँव के बीच शिव मन्दिर में एक संन्यासी रहा करते थे। मंदिर के ठीक सामने ही एक वेश्या का मकान था। वेश्या के यहाँ रात−दिन लोग आते−जाते रहते थे।…
Kahani: गाँव के बीच शिव मन्दिर में एक संन्यासी रहा करते थे। मंदिर के ठीक सामने ही एक वेश्या का मकान था। वेश्या के यहाँ रात−दिन लोग आते−जाते रहते थे।…
Kahani: मां वो विधवा थी पर श्रृंगार ऐसा कर के रखती थी कि पूछो मत। बिंदी के सिवाय सब कुछ लगाती थी। पूरी कॉलोनी में उनके चर्चे थे। उनका एक…
Kahani: एक राजा था। वह बहुत न्याय प्रिय तथा प्रजा वत्सल एवं धार्मिक स्वभाव का था। वह नित्य अपने ठाकुर जी की बड़ी श्रद्धा से पूजा-पाठ और याद करता था।…
Kahani: एक बार दो दोस्त एक बड़ा रेगिस्तान पार कर रहे थे। रास्ते में चलते-चलते उनका किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया और एक दोस्त ने गुस्से में आकर…
त्रिलोक सिंह ठकुरेला Kahani: रघुराज सिंह बहुत खुश थे। उनके लड़के से अपनी लड़की का रिश्ता करने की इच्छा से अजमेर से एक संपन्न एवं सुसंस्कृत परिवार आया था। रघुराज…
Kahani: एक बार कुछ विदेशी यात्री भारत भ्रमण के लिए आए। उन्होंने भारत के अनेक धार्मिक एवं सांस्कृतिक स्थलों का भ्रमण किया। भ्रमण करते-करते एक दिन वे एक महात्मा के…
Kahani: विद्यालय में एक बालक पढ़ता था, सब उसे मंदबुद्धि कहते थे। उसके गुरुजन भी उससे नाराज रहते थे, क्योंकि वह पढ़ने में बहुत कमजोर था और उसकी बुद्धि का…
Pauranik Katha: श्री राम का विवाह और राज्याभिषेक, दोनों शुभ मुहूर्त देख कर किए गए थे, फिर भी न वैवाहिक जीवन सफल हुआ, न ही राज्याभिषेक। और जब मुनि वशिष्ठ…
Pauranik Katha: महाभारत युद्ध की समाप्ति के बाद अर्जुन को अभिमान हो गया कि वो श्रीकृष्ण के सर्वश्रेष्ठ भक्त है, अर्जुन सोचते थे कि कन्हैया ने मेरा रथ चलाया, मेरे…
Kahani: एक सेठ बस से उतरे, उनके पास कुछ सामान था। आस-पास नजर दौड़ाई, तो उन्हें एक मजदूर दिखाई दिया। सेठ ने आवाज देकर उसे बुलाकर कहा, अमुक स्थान तक…