Kahani: कर्म से होती है इंसान की पहचान

Kahani: एक बादशाह की आदत थी कि वह भेष बदलकर लोगों की खैर-ख़बर लिया करता था। एक दिन अपने वज़ीर के साथ गुज़रते हुए शहर के किनारे पर पहुंचा तो…

Kahani: लालच और कर्म फल के बीच पिसता इंसान

Kahani: एक धन सम्पन्न व्यक्ति अपनी पत्नी के साथ रहता था। पर कालचक्र के प्रभाव से धीरे-धीरे वह कंगाल हो गया। उसकी पत्नी ने कहा कि सम्पन्नता के दिनों में…

Pauranik Katha: शरशय्या पर कितने दिनों के बाद भीष्म पितामह ने त्यागे थे प्राण

Pauranik Katha: महर्षि वेदव्यास की महान रचना महाभारत ग्रंथ के प्रमुख पात्र भीष्म पितामह हैं। जिनके बारे में कहा जाता है कि वे एकमात्र ऐसे पात्र हैं जो महाभारत में…

Pauranik Katha: अपनी बेटियों की वजह से दक्ष प्रजापति का चंद्रमा को दिया था श्राप

Pauranik Katha: चंद्रमा की सुंदरता पर राजा दक्ष की सत्ताइस पुत्रियां मोहित हो गईं। वे सभी चंद्रमा से विवाह करना चाहती थीं। दक्ष ने समझाया सगी बहनों का एक ही…

Pauranik Katha: जानें श्राप और वरदान का रहस्य

Pauranik Katha: हम पौराणिक कथाओं में प्रायः यह पढ़ते-सुनते आये हैं कि अमुक ऋषि ने अमुक साधक को वरदान दिया या अमुक असुर को श्राप दिया। जन साधारण को या…

Kahani: सब कुछ तुम्हारे हाथ में है!

Kahani: एक आदमी रेगिस्तान से गुजरते वक़्त बुदबुदा रहा था, कितनी बेकार जगह है ये, बिलकुल भी हरियाली नहीं है…और हो भी कैसे सकती है यहाँ तो पानी का नामो-निशान…

Kahani: अहंकारी कौआ

Kahani: समुद्र तट के किसी नगर में एक धनवान वैश्य के पुत्रों ने कौआ पाल रखा था। वह उस कोए को बार-बार अपने भोजन से बचे अन्न देते थे। उनकी…

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