फिल्म छावा और औरंगजेब का मूल चरित्र
सिनेमा दृश्य श्रव्य माध्यम है। यह करोड़ों को रोजगार देता है और प्रतिभाशाली लोगों को सृजन के अवसर। लेकिन बड़े पर्दे के सिनेमा के दर्शक घटे हैं। सोशल मीडिया में…
सिनेमा दृश्य श्रव्य माध्यम है। यह करोड़ों को रोजगार देता है और प्रतिभाशाली लोगों को सृजन के अवसर। लेकिन बड़े पर्दे के सिनेमा के दर्शक घटे हैं। सोशल मीडिया में…
अविनाश त्रिपाठी साल 1680 था जब औरंगजेब को पता चला कि छत्रपति शिवाजी महाराज का देहांत हो गया है। तो वो दक्षिण जीतने की इच्छा लिए आगरा से उठकर छत्रपति…