कुछ तो लोग कहेंगे… लोगों का काम है कहना

संजय द्विवेदी महज एक नाम है। वह नाम नहीं, जिसके आगे प्रोफेसर या डॉक्टर लगा हो। वह नाम नहीं, जिसके बाद महानिदेशक या कुलपति लगा हो। यह नाम है ऐसे…

उपलब्धियों से भरा रहा आईआईएमसी में संजय द्विवेदी का कार्यकाल

भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी), नई दिल्ली को देश का सर्वश्रेष्ठ मीडिया संस्थान बनाए रखने की दृष्टि से उसके महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी का कार्यकाल याद रखा जाएगा। वे तीन…

आईआईएमसी के विद्यार्थियों के बिना अधूरी है भारतीय पत्रकारिता: प्रो. द्विवेदी

नई दिल्ली: भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी) में मंगलवार को महानिदेशक प्रो. (डॉ.) संजय द्विवेदी का विदाई समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर प्रो. द्विवेदी ने कहा कि आईआईएमसी…

आईआईएमसी के महानिदेशक के रूप में संजय द्विवेदी ने ज्यों की त्यों धर दीन्ही चदरिया

दो-तीन दशकों तक सक्रिय पत्रकारिता की लम्बी पारी खेलने के बाद मीडिया गुरु के रूप में भी चर्चित रहे प्रो. संजय द्विवेदी तीन साल तक (2020-23) भारतीय जन संचार संस्थान,…

अमृतकाल का सकारात्मक भारत

2014 के बाद एक आत्मविश्वास हर भारतवासी में आया है, जो कुछ समय पहले तक अवसाद और निराशा से घिरा था। भरोसा जगाने वाला यह समय हमें जगा कर कुछ…

सकारात्मक पत्रकारिता, सकारात्मक भारत

भारत एक अनोखा राष्ट्र है, जिसका निर्माण विविध भाषा, संस्कृति, धर्म, अहिंसा और न्याय के सिद्धांतों पर आधारित स्वतंत्रता संग्राम तथा सांस्कृतिक विकास के समृद्ध इतिहास द्वारा एकता के सूत्र…

क्रिएटिव सोच से आते हैं बेहतर आइडिया: प्रो. द्विवेदी

नई दिल्ली: किसी भी इंसान को को छोटी-छोटी समस्याओं पर नजर रखनी चाहिए। उनका हल सोचना चाहिए। बड़े और सफल आइडिया इन्हीं से निकलते हैं। यह विचार भारतीय जन संचार…

अमृतकाल में भारत का सांस्कृतिक पुनर्जागरण

सनातन संस्कृति का यह स्वर्णिम दौर चल रहा है और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सनातन संस्कृति के महत्त्वपूर्ण विचारों “वसुधैव कुटुम्बकम्” अर्थात् पूरा विश्व एक परिवार है तथा “सर्वे…

2030 तक दुनिया का हर पांचवा व्यक्ति बोलेगा हिंदी: प्रो. द्विवेदी

नई दिल्ली: “विश्व के 260 से ज्यादा विदेशी विश्वविद्यालयों में हिंदी पढ़ाई जाती है। 64 करोड़ लोगों की हिंदी मातृभाषा है। 24 करोड़ लोगों की दूसरी और 42 करोड़ लोगों…

Book Review: अमृतकाल पर सजग संजय-दृष्टि

Book Review: सक्रिय पत्रकारिता की लंबी पारी खेलने के बाद अब मीडिया-गुरु के रूप में सुपरिचित प्रो. संजय द्विवेदी समकालीन विषयों पर निरंतर लिखते रहे हैं। इनका राष्ट्रवादी टोन आकर्षित…

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