Pauranik Katha: कृपाचार्य और द्रोणाचार्य की रोचक कथा
Pauranik Katha: गौतम ऋषि के पुत्र का नाम शरद्वान था। उनका जन्म बाणों के साथ हुआ था। उन्हें वेदाव्यास में जरा भी रुचि नहीं थी और धनुर्विद्या से उन्हें अत्यधिक…
Pauranik Katha: गौतम ऋषि के पुत्र का नाम शरद्वान था। उनका जन्म बाणों के साथ हुआ था। उन्हें वेदाव्यास में जरा भी रुचि नहीं थी और धनुर्विद्या से उन्हें अत्यधिक…
Pauranik Katha: हिमालय की तराई में एक सघन वन था, वन में तरह-तरह के पशु-पक्षी रहते थे। वहीं जगह-जगह ऋषियों की झोंपड़ियां भी बनी हुई थीं। ऐसा लगता था मानो…
Pauranik Katha: गांधार देश के राजा सुबल के 100 पुत्र और एक पुत्री थी। सबसे छोटे पुत्र का नाम शकुनि और पुत्री का नाम गांधारी था। शकुनि की पत्नी का…
Pauranik Katha: सती अनुसूया महर्षि अत्रि की पत्नी थीं, जो अपने पतिव्रता धर्म के कारण सुविख्यात थी। अनुसूया का स्थान भारतवर्ष की सती-साध्वी नारियों में बहुत ऊँचा है। इनका जन्म…
Pauranik Katha: स्यमंतक मणि को इंद्रदेव धारण करते हैं। कहते हैं कि प्राचीनकाल में कोहिनूर को ही स्यमंतक मणि कहा जाता था। कई स्रोतों के अनुसार कोहिनूर हीरा लगभग 5,000…
Pauranik Katha: जामवन्त (Jamvant) को ऋक्षपति कहा जाता है। यह ऋक्ष बिगड़कर रीछ हो गया जिसका अर्थ होता है भालू अर्थात भालू के राजा। लेकिन क्या वे सचमुच भालू मानव…
Pauranik Katha: राजा परीक्षित एक बार शिकार करने के लिए निकले और जंगल में दूर निकल गये। भूख-प्यास से त्रस्त होकर वे एक आश्रम पहुँचे जहाँ शमिक ऋषि ध्यान मग्न…
Pauranik Katha: राधा मात्र एक नाम नहीं है, जिसे कृष्ण नाम के पहले लगाया जाता है। आज भी जब कहीं शाश्वत व आध्यात्मिक प्रेम की चर्चा होगी तो राधे-कृष्ण की…
Pauranik Katha: हनुमान जी की यम से मुठभेड़ तब होती है जब हनुमानजी माता सीता का पता लगाने के लिए लंका जाते हैं। माता सीता को खोज सफलतापूर्वक पूरी होने…
Pauranik Katha: भगवान को अगर किसी युग में आसानी से प्राप्त किया जा सकता है तो वह युग है कलियुग। इस कथन को सत्य करता एक दोहा रामचरितमानस में तुलसीदास…