नये वर्ष की बेला आयी।
उर में नई चेतना लायी।
कैसा लगता सुखद प्रभात।
खुशियों की होती बरसात।
वर्मा हुआ तिमिर का नाश।
सबके अधरों पर उल्लास।
नया वर्ष हर व्यथा हरे।
हर मानव को सुखी करे।
लाये सबके उर में हर्ष।
सुख, समृद्धि लाये यह वर्ष।
बरसे सदा भर प्रेम का छंद।
रहे सभी प्राणी सानन्द।
नये वर्ष पर मेरे भाई।
“वर्मा” देता तुम्हें बधाई।
(चिकित्साधिकारी, जिला चिकित्सालय बस्ती)
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