Manipur Violence: बीते तीन महीने से हिंसा की आग में झुलस रहे मणिपुर में शांति बहाली के सारे कदम नाकाम साबित हुए हैं। इसके लिए जहां सरकार पर गंभीर आरोप लग रहे हैं, वहीं विदेशी साजिश की भी बात सामने आ रही है। मणिपुर से आए दिन हत्या, आगजनी व महिलाओं के साथ दुर्व्यहार की खबरें सामने आ रही हैं। विपक्ष मामले को लेकर संसद हंगामा मचा रहा है और पीएम मोदी (PM Modi) के बयान की मांग कर रहा है। मणिपुर हिंसा (Manipur Violence) को लेकर मोदी सरकार पर चौतरफा हमले हो रहे हैं। इन सब के बीच पूर्व सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे (MM Naravane) का एक बयान सामने आया है, जो बेहद चौकाने वाला है। उन्होंने साफ कहा कि मणिपुर हिंसा (Manipur Violence) में विदेशी एजेंसियों के हाथ होने से इनकार नहीं किया जा सकता है। राज्य में जगह-जगह हो रहे विद्रोह के पीछे चीनी समूहों का हाथ लग रहा है।

सेवानिवृत्त जनरल नरवणे ने कहा कि देश के सीमावर्ती राज्यों में इस तरह की अस्थिरता माहौल बने रहना, पूरे देश की सुरक्षा के लिए खतरा हो सकता है। मणिपुर में जारी हिंसा के पीछे चीनी समूह के हाथ होने की आशंका जताते हुए उन्होंने कहा कि पूरी हिंसा के पीछे विदेशी एजेंसियों की साजिश की बात से इनकार नहीं किया जा सकता, बल्कि मैं कहूंगा कि निश्चित तौर पर मणिपुर हिंसा में चीन शामिल है। इसके साथ ही पूर्वोत्तर राज्य में चल रही हिंसा में ड्रग तस्करी की भूमिका पर भी जनरल नरवणे ने चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि राज्य में लंबे समय से ड्रग्स तस्करी जारी है। आंकड़ों को देखें तो पिछले कुछ वर्षों में नशीली दवाओं की मात्रा भी बढ़ी है।

29 जुलाई को INDIA के डेलिकेट्स जाएंगे मणिपुर

मणिपुर हिंसा को लेकर देश में जमकर राजनीति हो रही है। विपक्षी पार्टियां घटना के बहाने केंद्र सरकार को बदनाम करने के हर हथकंडे को अपना रहे हैं। मणिपुर की घटना पर सरकार की तरफ से संसद में जवाब देने की बात के बावजूद विपक्ष जहां सदन नहीं चलने दे रहा है, वहीं हिंसा का जायजा लेने के लिए विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A के 20 से ज्यादा सांसद 29 और 30 जुलाई को मणिपुर का दौरा करेंगे। बताया जा रहा है सांसद राज्य के कई क्षेत्रों में जाकर मौजूदा स्थिति का जायजा लेंगे। विपक्षी नेताओं के मणिपुर दौरे पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कटाक्ष करते हुए कहा कि इन नेताओं को पश्चिम बंगाल का भी दौरा करना चाहिए। वहां भी आए दिन हिंसक घटनाएं होती रहती हैं, टीएमसी के गुंडे दूसरी पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं पर हमले करते रहते हैं। ऐसे में सांसदों को उनकी भी सुरक्षा के प्रति भी सोचना चाहिए।

सूत्रों की मानें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मणिपुर मामले को लेकर पैनी नजर बनाए हुए हैं। पीएम मोदी मणिपुर पर अधिकारियों से लगातार हर अपडेट ले रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, मणिपुर में 35000 अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है। साथ ही सेना, सीआरपीएफ, सीआरपीएफ के 35000 जवानों की तैनाती की जा रही है। इसके साथ ही मैतेई और कुकी समुदायों के बीच बफर जोन बनाया गया है। वहीं म्यांमार से हो रही घुसपैठ को देखते हुए मणिपुर और म्यांमार से लगती सीमा को लेकर भी नए तरह से योजनाएं बनाई जा रही है। बताया जा रहा है कि केंद्र ने कुकी और मैतेई समुदायों के सदस्यों के साथ कई दौर की बातचीत की, दोनों समुदायों के साथ छह दौर की बातचीत हो चुकी है।

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वीडियो वायरल करने वाला गिरफ्तार

सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता दोनों समुदायों के विवाद को बातचीत के जिरए सुलझाने का है। सूत्रों के मुताबिक, जिस मोबाइल फोन से मणिपुर की महिलाओं का नग्न वीडियो शूट किया गया था, उसे बरामद कर लिया गया है और वीडियो वायरल करने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है। जो वीडियो वायरल हुआ था वह 3 मई का बताया जा रहा है जब राज्य में दो जातीय जनजातियों मैतेई और कुकी के बीच हिंसा भड़क उठी थी। मणिपुर से सटे भारत-म्यांमार सीमा पर बाड़ लगाने की भी कोशिश जारी रही है। मणिपुर-मिजोरम सीमा पर अब तक 10 किमी की बाड़ लगाने का काम पूरा हो चुका है। इसके आगे संबंधित सर्वेक्षण कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है।

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