Lucknow: ‘रंगभारती’ द्वारा विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी फिल्म-जगत के महान गायक एवं बहुमुखी कलाकार स्व. किशोर कुमार की जयन्ती रवीन्द्रालय प्रेक्षागृह, लखनऊ में चार अगस्त को धूमधाम से मनाई गई। किशोर कुमार की 95वीं जयंती के इस अवसर पर ‘रंगभारती’ के मशहूर ‘सप्तरंग ऑरकेस्ट्रा’ द्वारा किशोर कुमार की स्मृति में ‘एक शाम किशोर कुमार के नाम’ शीर्षक रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किया गया। ‘रंगभारती’ संस्था किशोर कुमार के जन्मदिन पर वर्ष 1957 से यह आयोजन करती आ रही है।

चूंकि कार्यक्रम स्व. किशोर कुमार की स्मृति को समर्पित था, इसलिए उसमें किशोर कुमार छाये रहे तथा उनकी गायकी के अनेक रंगों ने धूम मचाई। किशोर कुमार के चुलबुले गीतों के साथ विशेष रूप से उनके गम्भीर गाने गाकर गायकों ने भरपूर तालियां बटोरीं। आयोजन में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक मुख्य अतिथि थे तथा वरिष्ठ भाजपा नेता व व्यवसायी सुधीर हलवासिया तथा अन्य अनेक विशिष्टजन भी मौजूद थे।

किशोर कुमार के गाने

‘सप्तरंग ऑरकेस्ट्रा’ के इन गायक-गायिकाओं द्वारा किशोर कुमार के स्वरों में गाए गए अमर गीतों को सुनकर लोग झूम उठे। जमाल- ‘हां, पहली बार,’‘अरे दीवानो मुझे पहचानो,’ ‘प्रिय प्राणेश्वरी।’ कृष्ण कुमार- ‘जीवन के दिन छोटे सही,’ ‘ख्वाब हो तुम या कोई हकीकत।’रूपा तिवारी- ‘अपने जीवन की उलझन को।’सुनील- ‘झुम झुम झुमरू।’ऋतेश- ‘ये शाम मस्तानी।’जमाल व स्मृति-‘आज रपट जाएं तो हमें न उठइयो।’कृष्ण कुमार व रूपा- ‘सुन चंपा, सुन तारा।’‘हम दोनों दो प्रेमी,’‘दिल का नजराना।’जमाल व रूपा- ‘वादा करो नहीं छोड़ोगे तुम मेरा साथ,’‘एक रास्ता एक जिंदगी।’कृष्ण कुमार व स्मृति- ‘तेरी आंखों में,’‘जय-जय शिवशंकर।’इस अवसर पर वरिष्ठ गायिका पद्मा गिडवानी ने भी अपनी आवाज में किशोर कुमार के ये दो गाने सुनाए- ‘जिंदगी प्यार का गीत है,’‘जिंदगी का सफर है ये कैसा सफर।’सभी कलाकारों द्वारा समूहगान के रूप में ‘चलते चलते मेरे ये गीत याद रखना’ से कार्यक्रम की समाप्ति की गई।

Kishore Kumar Jayanti

वादक

ऑरकेस्ट्रा में इन वादकों ने संगत की:- गुड्डू श्रीवास्तव (पैड व सैम्पलर), रंजीत (नाल, कांगो), विनय (कीबोर्ड), अनिल (स्पेनिश गिटार), अनूप (बेस गिटार), विकेश (ड्रम) तथा सुनील वर्मा (तुम्बा व बांगो)। देश-विदेश में धूम मचाने वाले सुविख्यात एंकर एवं हास्यकलाकार सुनील शान ने कार्यक्रम का संचालन बड़े रोचक ढंग से किया। इसी प्रकार मशहूर हास्यकलाकार अमित बिहारी ने हास्य-आइटमों से खूब हंसाया।

अभिनंदन

आयोजन में ‘रंगभारती’ के दो बहुत पुराने एवं दिवंगत महान कलाकार स्वर्गीय रफीक बावरा एवं स्वर्गीय प्रसन्नजित मजूमदार के नाम पर दो कलाकारों को अभिनंदित किया गया। ‘रफीक बावरा रंगभारती सम्मान’ सुविख्यात हास्य-कलाकार अमित बिहारी को तथा ‘प्रसन्नजित मजूमदार रंगभारती सम्मान’ प्रसिद्ध मेंडोलिन वादक उत्तम चटर्जी को दिया गया। आयोजन में बड़ी संख्या में अनेक वरिष्ठ अधिकारी, गणमान्य नागरिक व पत्रकार उपस्थित थे। ‘रंगभारती’ के अध्यक्ष एवं ‘सप्तरंग ऑरकेस्ट्रा’ के निर्देशक श्याम कुमार ने आरम्भ में आयोजन में उपस्थितजन का स्वागत किया। उन्होंने किशोर कुमार की गायकी की बारीकियों पर प्रकाश डाला।

Kishore Kumar Jayanti

समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पधारे उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि किशोर कुमार फिल्म-जगत के ऐसे अद्भुत एवं जीनियस कलाकार थे, जिनकी श्रेष्ठता का कोई ओर-छोर नहीं था। श्याम कुमार इस बात के लिए बहुत सराहना के पात्र हैं कि वह अपने अथक प्रयास से विगत सरसठ वर्षों से किशोर कुमार का जन्मदिन मनाते आ रहे हैं तथा इस प्रकार उस महान कलाकार की स्मृति को जीवंत बनाए हुए हैं। श्याम कुमार श्रेष्ठ पत्रकार तो हैं ही, उन्होंने कला एवं समाजसेवा के क्षेत्र में भी बहुत महत्वपूर्ण योगदान किया है तथा इसके लिए अपना पूरा जीवन एवं धन समर्पित किया है। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं व्यवसायी सुधीर हलवासिया ने भी सराहना के हार्दिक उद्गार व्यक्त किए।

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रंगभारती

‘रंगभारती’ संस्था की स्थापना तिरसठ वर्ष पूर्व हुई थी तथा तब से यह संस्था देश के विभिन्न नगरों में अपने सफल आयोजन करती आ रही है। ‘रंगभारती’ के हास्य कविसम्मेलन एवं ‘सप्तरंग ऑरकेस्ट्रा’ का ‘एक शाम किशोर कुमार के नाम’ कार्यक्रम बहुत प्रसिद्ध हैं। नई प्रतिभाओं को बढ़ावा देने के लिए ‘रंगभारती’ गायन, नृत्य, हास्य, मॉडलिंग आदि की बड़ी-बड़ी प्रतियोगिताएं भी आयोजित करती है तथा उसके माध्यम से बड़ी संख्या में प्रतिभाओं ने आगे चलकर सीरियलों, फिल्मों आदि में ख्याति अर्जित की।

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