जम्मू-कश्मीर। जम्मू-कश्मीर में जमीनी हकीकत का जायजा लेने के लिए यूरोपीय संघ का विदेशी प्रतिनिधिमंडल कश्मीर पहुंचा है। जानकारी के मुताबिक विदेशी राजनयिकों का प्रतिनिधिमंडल बडगाम जिले के मागम ब्लॉक पहुंचा है। प्रतिनिधिमंडल ने इस दौरान स्थानीय लोगों के साथ बातचीत भी की है। जहां उन्हें पंचायती राज और वहां लोगों की समस्याओं का हल कैसे किया जाता है उसके बारे में जानकारी दी जा रही है। उन्हें ये भी बताया जा रहा है कि कैसे पंचायत के लोग गांव के घर-घर जाकर लोगों की समस्याएं सुनते हैं।
बता दें 20 सदस्यों का यह प्रतिनिधिमंडल जम्मू-कश्मीर के दो दिवसीय दौरे पर है। इस प्रतिनिधिमंडल में यूरोप और अफ्रीकी देशों के प्रतिनिधि शामिल हैं। यहां उनका पारंपरिक रूप से स्वागत किया गया। बता दें कि यूरोपीय संघ, फ्रांस, मलेशिया, ब्राजील, इटली, फिनलैंड, बांग्लादेश, क्यूबा, चिली, पुर्तगाल, नीदरलैंड, बेल्जियम, स्पेन, स्वीडन, सेनेगल, ताजिकिस्तान, कीर्गिस्तान, आयरलैंड, घाना, एस्टोनिया, बोलीविया, मलावी, इरीट्रिया और आयवरी कोस्ट के राजनयिक कड़ी सुरक्षा के बीच जम्मू-कश्मीर पहुंचे हैं।
वहीं सेना और सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी भी प्रतिनिधिमंडल को सुरक्षा के हालात के बारे में जानकारी देंगे। विशेष रूप से आतंकवादियों को भारत भेजने के पाकिस्तान के प्रयासों और नियंत्रण रेखा पर उसके द्वारा किए जा रहे लगातार संघर्षविराम उल्लंघनों के बारे में भी बताया जाएगा।

कल जम्मू के दौरे पर रहेगा प्रतिनिधिमंडल

जानकारी के मुताबिक यह प्रतिनिधिमंडल आज कश्मीर घाटी का जायजा लेगा जबकि गुरुवार को यह दल जम्मू के दौरे पर रहेगा। बताना चाहेंगे कि साल 2019 में जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद- 370 को खत्म किए जाने के बाद विदेशी राजनयिकों का यह तीसरा दौरा होगा। इससे पहले अक्टूबर 2019 में भी एक प्रतिनिधिमंडल वहां के हालात का जायजा लेने गया था।

दूसरे दिन जम्मू में इन लोगों से मिलेगा प्रतिनिधिमंडल

बताया जा रहा है कि दूसरे दिन राजनयिकों का प्रतिनिधिमंडल जम्मू के दौरे पर रहेगा, जहां वे डीडीसी सदस्यों और कुछ सामाजिक संगठनों के प्रमुखों के अलावा उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से भी मुलाकात करेगा। सरकार द्वारा प्रचार प्रसार के लिए एक और कूटनीतिक कवायद की जा रही है। इसके जरिए विदेशी राजनयिकों को कश्मीर घाटी में कानून-व्यवस्था की स्थिति से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा सुरक्षा स्थिति के बारे में बताया जाएगा।

दो प्रतिनिधिमंडल पहले भी कर चुके हैं दौरा

पिछले साल, अमेरिका सहित 17 देशों के प्रतिनिधियों ने जम्मू-कश्मीर का दौरा किया था। उस दल में वियतनाम, दक्षिण कोरिया, ब्राजील, उज्बेकिस्तान, नाइजर, नाइजीरिया, मोरक्को, गुयाना, अर्जेंटीना, फिलीपींस, नॉर्वे, मालदीव, फिजी, टोगो, बांग्लादेश और पेरू के राजदूत शामिल थे। इसके अलावा यूरोपीय संघ के  23 सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल भी दो दिवसीय यात्रा पर जम्मू-कश्मीर गया था।

Spread the news