प्रतापगढ़ के पत्रकार को केंद्रीय मंत्री ने प्रदान किया पत्रकारिता पुरस्कार

नई दिल्ली: विज्ञान समाचार सेवा ‘इंडिया साइंस वायर’ (Science News Service, India Science Wire) से जुड़े पत्रकार उमाशंकर मिश्र को वर्ष 2022 का प्रतिष्ठित देवऋषि नारद पत्रकारिता पुरस्कार प्रदान किया…

हिंदी को जन-जन की भाषा बनाएं: प्रो.नागेश्वर राव

नई दिल्ली: हमें हिंदी को जन-जन की भाषा बनाने में सक्रिय योगदान देना होगा। इसके लिए जरूरी है कि साहित्यिक हिंदी की बजाए, ऐसी हिंदी का उपयोग किया जाए, जिसमें…

डॉ. इंदुशेखर तत्पुरुष को मिला 14वां पं. बृजलाल द्विवेदी साहित्यिक पत्रकारिता सम्मान

नई दिल्ली: प्रख्यात कवि, आलोचक एवं ‘साहित्य परिक्रमा’ के संपादक डॉ. इंदुशेखर तत्पुरुष को मीडिया विमर्श परिवार द्वारा नई दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में आयोजित सम्मान समारोह में 14वें पं.…

पुस्तक-चर्चा: ‘एक भारतप्रेमी छात्र आंदोलन का दस्तावेज’

किसी भी राष्ट्र के निर्माण में उसकी छात्र- युवा शक्ति का बहुत बड़ा योगदान होता है। बदलाव और परिर्वतन की कथाएं युवा शक्ति ही संभव करती है। आजादी के आंदोलन…

जब मैं बूढ़ा हो जाऊंगा!

जब मैं बूढ़ा हो जाऊंगा, एकदम जर्जर बूढ़ा, तब तू क्या थोड़ा मेरे पास रहेगा? मुझ पर थोड़ा धीरज तो रखेगा न? मान ले, तेरे मंहगे कांच का बर्तन मेरे…

इसे कहते हैं कसक और चाहत

ट्रेन चलने को ही थी कि अचानक कोई जाना पहचाना सा चेहरा जर्नल बोगी में आ गया। मैं अकेली सफर पर थी। सब अजनबी चेहरे थे। स्लीपर का टिकट नहीं…

बसंत के संग

ऋतु बसंत लेकर आया, रंग रंगीला फाग। नवपल्व की चुनर ओढ़े, उपवन करे सिंगार।। उपवन करे सिंगार, हुआ मौसम रंगीला। भौंरा मन मुस्काए, घुमे बन छैल छबीला।। कलियों के संग…

लोकजागरण का दस्तावेज है ‘भारतबोध का नया समय’

नई दिल्ली: देश के प्रख्यात पत्रकार एवं भारतीय जन संचार संस्थान, नई दिल्ली के महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी की नई किताब ‘भारतबोध का नया समय’ पर शनिवार को ऑनलाइन परिचर्चा…

समकालीन भारत को समझने की कुंजी

प्रो. कृपाशंकर चौबे जनसंचार के गंभीर अध्येता प्रो. संजय द्विवेदी की नई पुस्तक ‘भारतबोध का नया समय’ का पहला ही निबंध इसी शीर्षक से है। भारतबोध की समझ को स्पष्ट…