Kahani: अहंकार सत्य कथा

Kahani: एक नगर में एक जुलाहा रहता था। कपड़े बुनकर बेचा करता था। वह स्वभाव से अत्यंत शांत, विनम्र तथा दयालु था। उसे क्रोध तो कभी आता ही नहीं था।…

Kahani: संतान के लिए अपमान भी मंजूर

Kahani: एक धनवान व्यक्ति था। उसके कई सारे मित्र थे, उसमें एक मित्र तो बहुत अधिक निर्धन था। एक दिन धनवान व्यक्ति ने अपने जन्मदिवस पर सभी मित्रों को अपने…

Kahani: गाय का जूठा गुड़

Kahani: एक शादी के निमंत्रण पर जाना था, पर मैं जाना नहीं चाहता था। एक व्यस्त होने का बहाना और दूसरा गांव की शादी में शामिल होने से बचना, लेकिकन…

हिंदी साहित्य के मौन साधक

हिंदी का एक मौन साधक, महर्षि, मनीषी, जिसके आगे हर हिंदी प्रेमी नतमस्तक है, जिसके कर्म से हिंदी भाषा समृद्ध बनी, ऐसे सजग हिंदीचेता, यशस्वी लेखक, रचनाकार एवं समन्वयवादी-जुनूनी व्यक्तित्व…

Kahani: आत्मिक खजाना

Kahani: एक भिखारी था। उसने सम्राट होने के लिए कमर कसी। चौराहे पर अपनी फटी-पुरानी चादर बिछा दी, अपनी हाँडी रख दी और सुबह-दोपहर-शाम भीख माँगना शुरू कर दिया, क्योंकि…

Pauranik Katha: त्रिपुरासुर का वध महादेव ने कैसे किया

Pauranik Katha: त्रिपुरासुर तारकासुर के पुत्र थे, जो असुर राज बलि की कृपा प्राप्त कर के भयंकर असुर बन गये थे। महाभारत के कर्णपर्व में त्रिपुरासुर के वध की कथा…

एक पत्रकार त्रिलोक दीप जैसा

ये ऊपर वाले की रहमत ही थी कि त्रिलोक दीप सर का मेरी जिंदगी में आना हुआ। दिल्ली न आता तो शायद इस बहुत खास आदमी से मेरी मुलाकातें न…

Pauranik Katha: भगवान शिव का धनुष पिनाक, पौराणिक इतिहास का सबसे शक्तिशाली धनुष

Pauranik Katha: भगवान शिव ने जिस धनुष को बनाया था उसकी टंकार मात्र से ही बादल फट जाते थे, पर्वत हिलने लगते थे। ऐसा लगता था, मानो भूकंप आ गया…