Pauranik Katha: मणि के लिए कृष्ण और जामवंत में हुई थी लड़ाई
Pauranik Katha: स्यमंतक मणि को इंद्रदेव धारण करते हैं। कहते हैं कि प्राचीनकाल में कोहिनूर को ही स्यमंतक मणि कहा जाता था। कई स्रोतों के अनुसार कोहिनूर हीरा लगभग 5,000…
Pauranik Katha: स्यमंतक मणि को इंद्रदेव धारण करते हैं। कहते हैं कि प्राचीनकाल में कोहिनूर को ही स्यमंतक मणि कहा जाता था। कई स्रोतों के अनुसार कोहिनूर हीरा लगभग 5,000…
Narada Jayanti: ब्रह्मर्षि नारद कोई सामान्य महर्षि अथवा ब्रह्मर्षि नहीं है। वह समस्त जीव जगत के परम आचार्य हैं। वस्तुत सृष्टि में गुरुतत्व के मूल हैं। पथप्रदर्शक हैं। जीवन दृष्टि…
Pauranik Katha: जामवन्त (Jamvant) को ऋक्षपति कहा जाता है। यह ऋक्ष बिगड़कर रीछ हो गया जिसका अर्थ होता है भालू अर्थात भालू के राजा। लेकिन क्या वे सचमुच भालू मानव…
Pauranik Katha: राधा मात्र एक नाम नहीं है, जिसे कृष्ण नाम के पहले लगाया जाता है। आज भी जब कहीं शाश्वत व आध्यात्मिक प्रेम की चर्चा होगी तो राधे-कृष्ण की…
Ganga Saptami Special: सनातन संस्कृति के लिए मां गंगा का स्थान प्राण तत्व का है। इसीलिए मां गंगा के अवतरण, अविरल प्रवाह और इनके पूजन के अनेक पवित्र मुहूर्त वर्ष…
Shanidev: शनिदेव दक्ष प्रजापति की पुत्री संज्ञा देवी और सूर्यदेव के पुत्र हैं। यह नवग्रहों में सबसे अधिक भयभीत करने वाला ग्रह है। इसका प्रभाव एक राशि पर ढाई वर्ष…
Akshaya Tritiya: अक्षय तृतीया या आखा तीज वैशाख मास में शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को कहते हैं। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार इस दिन जो भी शुभ कार्य किये जाते…
Akshaya Tritiya: हमारे यहां अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) पर्व का विशेष महत्व है। अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) का दिन अपने आप में अबूझ स्वयं सिद्ध मुहूर्त है। इस दिन शुभ…
Pauranik Katha: हनुमान जी की यम से मुठभेड़ तब होती है जब हनुमानजी माता सीता का पता लगाने के लिए लंका जाते हैं। माता सीता को खोज सफलतापूर्वक पूरी होने…
भारत की एक पहचान यहां जन्में ऋषियों, महायोगियों और सिद्ध सन्तों के कारण बनी है। भारत में ऐसे महान योगी हुये हैं, जो पर काया प्रवेश की योगिक विद्या में…