Hariyali Teej: हरियाली तीज आज, जानें पूजा विधि

Hariyali Teej: हरियाली तीज (Hariyali Teej) भारतीय त्योहारों में से एक महत्वपूर्ण पर्व है, जिसे मुख्यतः भारत के उत्तर भारत के राज्यों में मनाया जाता है। यह त्योहार श्रावण मास…

Pauranik Katha: भगवान भोलेनाथ की प्रेममय कथा

Pauranik Katha: गुणगान से तो भगवान प्रसन्न होते ही हैं, लेकिन भगवान अपने भक्त के गुणगान से और ज़्यादा प्रसन्न होते हैं। बहुत पुरानी बात है। किसी शहर में नंदी…

कौन था पहला कावड़िया, जानें किसने किया था सबसे पहले शिव लिंग का जल अभिषेक?

Pauranik Katha: श्रावण का महीना आते ही हर कोई शिव की भक्ति में झूमने लगता है। इस पावन त्योहार में पूरे उत्तर भारत और अन्य राज्यों से कावड़िये शिव के…

Pauranik Katha: जानें क्यों आये भगवान शिव महाकाली के पैरों के नीचे

Pauranik Katha: भगवती दुर्गा की दस महाविद्याओं में से एक हैं महाकाली। जिनके काले और डरावने रूप की उत्पति राक्षसों का नाश करने के लिए हुई थी। यह एक मात्र…

गुरु पूर्णिमा: विदेशी शिष्य पहुंचे करौली शंकर महादेव धाम, ‘गुरूजी’ का लिया आशीर्वाद

  60 हजार भक्तों ने किया गुरु दर्शन, शंकर सेना के प्रदेश अध्यक्षों ने भी लिया आशीर्वाद कानपुर: सनातन धर्म का अनुसरण करने वाले के लिए गुरु पूर्णिमा किसी महापर्व…

Devshayani Ekadashi: लोक मंगल की तिथि देवशयनी एकादशी अर्थात पद्मनाभा

Devshayani Ekadashi: आज देव शयनी एकादशी (Devshayani Ekadashi) है। यह लोकमंगल की तिथि है। सनातन हिंदू आर्य वैदिक परंपरा में एकादशी का व्रत महत्वपूर्ण स्थान रखता है। प्रत्येक वर्ष चौबीस…

Pauranik Katha: जानें क्या है लक्ष्मण रेखा, कुरुक्षेत्र में किसने किया था अंतिम बार प्रयोग

Pauranik Katha: लक्ष्मण रेखा आप सभी जानते हैं पर इसका असली नाम शायद कम लोगों को ही पता हो। लक्ष्मण रेखा का नाम सोमतिती विद्या है। यह भारत की प्राचीन…

Pauranik Katha: जानें गणेश जी का असली मस्तक कटने के बाद कहां गया था

Pauranik Katha: भगवान श्री गणेश गजमुख, गजानन के नाम से जाने जाते हैं, क्योंकि उनका मुख गज यानी हाथी का है। भगवान गणेश का यह स्वरूप विलक्षण और बड़ा ही…

Mount Everest: सागरमाथा के साथ अंग्रेजों ने राधानाथ सिकदर से किया अन्याय

Mount Everest: सागरमाथा (Sagarmatha) संसार के उस शिखर का नाम हुआ करता था जिसे अंग्रेजों ने अन्याय पूर्वक माउण्ट एवरेस्ट (Mount Everest) नाम दे दिया। इसे धरती का मस्तक माना…

Pauranik Katha: नामदेव की श्रद्धा और भक्ति की कथा

Pauranik Katha: संत नामदेव बचपन में अपने ननिहाल में रहते थे, इनके नाना का नाम बामदेव था, जो ठाकुर जी के परम वैष्णो भक्त संत थे। बचपन में नामदेव काठ…

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