ब्राह्मण असंतोष का नैरेटिव नहीं चला तो खुद ही भाग खड़े हुए

ब्राह्मण असंतोष। उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण उपेक्षा का बड़ा नैरेटिव बनाने की बहुत कोशिश हुई। इनको लगता था कि इन्हीं की तरह ब्राह्मण जाति उतरेगी और ब्राह्मण कंधे के सहारे…

लोकहित के नाम पर जाति की राजनीति

इनकी हर बात लोकहित को समर्पित होती है। लोक के लिए जीना। लोक के लिए मरना। संविधान की शपथ लेना और सत्ता सुख के लिए विचार से भी समझौता। गजब…

भगदड़ भाजपा में नहीं, अवसरवादी राजनीति में

उत्तर प्रदेश में अवसरवादी राजनीति की भगदड़ अपने चरम पर है। एक माहौल बनाया जा रहा है, चुनाव आचार संहिता लगने के बाद। ऐसा कहा जा रहा है कि भाजपा…

प्रधानमंत्री मोदी की पंजाब में हो सकती थी हत्या!

पदम पति शर्मा उस दृश्य को याद कीजिए… पीएम मोदी का काफिला फ्लाईओवर पर 20 मिनट तक रुका हुआ है। फ्लाईओवर पर मुड़ने की स्थिति भी नहीं होती है। गाड़ी…

नया नहीं है हमारे महायोद्धा के विरुद्ध कांग्रेस का षड्यंत्र

भारत अपनी आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। इसी उल्लास में पंजाब को 48 हजार की विकास योजनाओं की सौगात देने के लिए भारत के प्रधानमंत्री कल भटिंडा की…

अटल बिहारी बाजपेई की यादों को आज भी संजोए हुए है पूर्व विधायक बाबूलाल श्रीवास्तव का घर परिवार

1962 के चुनाव में बाबूलाल श्रीवास्तव के घर आए थे अटल जी  बाबूलाल जी के परिवार के साथ घर पर किया था भोजन  1962 के चुनाव में नगर के प्रताप…

‘लाल टोपी’ से मुलाकात पर इतना हंगाम क्यों!

राजनीति की भी अपनी एक मर्यादा होती है, यहीं वजह है कि मंच से एक-दूसरे को गाली देने वाले नेताओं की जब आपस में मुलाकात होती है, तो वह बड़े…

रार खत्म, दरार बाकी, 45 मिनट की मुलाकात में खत्म हुई 4 साल की दूरी, मिलकर लड़ेंगे यूपी विधानसभा चुनाव

राघवेंद्र प्रसाद मिश्र लखनऊ: राजनीति में दोस्ती और दुश्मनी स्थाई नहीं होती। यहां दोस्ती और दुश्मनी दोनों परिस्थिति पर निर्भर करती है। बीजेपी के विजय रथ को रोकने के लिए…

काशी के संस्कृति संसद 2021 का उद्घोष, कैलाश से कन्याकुमारी तक का भारत हमारा

नवीन कुमार पांडेय अब केवल कश्मीर से नहीं, पवित्र कैलाश से कन्या कुमारी तक का भूभाग भारत है। इस भूभाग में सनातन तीर्थों तक आवागमन में कोई बाधा नहीं स्वीकार्य…

हिंदी: राजभाषा, राष्ट्रभाषा और विश्वभाषा

(अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन, वाराणसी (13-14 नवंबर) के अवसर पर विशेष) एक भाषा के रूप में हिंदी न सिर्फ भारत की पहचान है, बल्कि हमारे जीवन मूल्यों, संस्कृति और संस्कारों…