लखनऊ: पं. दीनदयाल उपाध्याय के जन्मदिन पर प्रतापगढ़ में आयोजित कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी के समर्थकों द्वारा भाजपा सांद संगम लाल गुप्ता की पिटाई के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस घटना से हर कोई आहत नजर आ रहा है। लोगों में यह चर्चा आम हो गई है कि राजनीति मार्यादा क्या इतनी गिर चुकी है। इस तरह की घटना अगर सत्ता पक्ष के लोगों की तरफ से की गई होती तो अब तक प्रदेश में हाहाकार मच चुका होता। फिलहाल इस घटना पर प्रदेश सरकार काफी गंभीर हो गई है और कड़े एक्शन की तैयारी में भी है। इस मामले में जहां घटना में शामिल लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है वहीं लापरवाही के आरोप में सीओ लालगंज जगमोहन सिंह को निलंबित कर दिया गया है।
वहीं इस घटना को लेकर भाजपा नेताओं में जबरदस्त आक्रोश देखने को मिल रहा है। भाजपा नेताओं ने कई जगहो पर सड़क जाम कर प्रदर्शन भी किया है। लालगंज कोतवाली में कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी, रामपुरखास से कांग्रेस विधायक आराधना मिश्रा सहित 27 लोग नामजद और 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ जानलेवा हमला करने, बलवा समेत अन्य विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। सूत्रों की मानें तो इन लोगों पर एसीएसटी एक्ट में भी मुकदमा दर्ज किया गया है।
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बता दें कि उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने मामले को गंभीरता से लेते हुए ट्वीट किया है कि किसी भी दोषी को बख्सा नहीं जाएगा। वह आज सांसद संगम लाल गुप्ता से मिलने भी पहुंच रहे हैं। वहीं पुलिस आरोपियों को पकड़ने के लिए लगातार दबिश दे रही है। बताया जा रहा है कि आरोपियों के न मिलने पर उनके परिजनों व रिश्तेदारों को भी पुलिस ने उठा लिया है। फिलहाल प्रशासनिक सूत्रों की मानें तो प्रतापगढ़ के पुलिस अधीक्षक पर गाज गिर सकती है।
बता दें कि सांगीपुर ब्लॉक सीाागार में शनिवार को गरीब कल्याण मेले का आयोजन किया गया था। इसमें सांसद संगम लाल गुप्ता बतौर मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे थे। लेकिन उनको पहुंचने में देर गई। वहीं पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी और उनकी बेटी आराधना मिश्र कार्यक्रम स्थल पर पहुंच गईं। उनके समर्थक नारेबाजी करते हुए उन्हें मंच तक ले गए। वहीं संगम लाल गुप्ता के समर्थक भी नारेबाजी करते हुए उन्हें मंच तक ले गए। इसी का लेकर माहौल बिगड़ गया और दोनों तरफ से मारपीट शुरू हो गई। प्रमोद तिवारी गुट भारी पड़ गया और संगम लाल गुप्ता को किसी तरह भाग कर जान बचानी पड़ी।
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