Lucknow: शिक्षा वह साधन है जिसके माध्यम से राष्ट्र और समाज दोनों का सर्वांगीण विकास हो सकता है। एक सभ्य समाज ही एक देश की प्रगति सुनिश्चित करता है। वर्तमान समय में शिक्षा की पद्धति में काफी बदलाव आया है आधुनिक शिक्षा का प्रारूप अब डिजिटलीकृत हो चुका है वैज्ञानिक दक्षता ने भी शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व उपलब्धियां हासिल की है। वर्ष 2020 में सरकार ने 34 वर्ष पुरानी शिक्षा पद्धति में बदलाव करके ‘नई शिक्षा नीति’ लेकर आई है। नई शिक्षा नीति के सारे आयाम सराहनीय हैं, लेकिन सवाल यह उठता है कि इन आयामों की पहुंच आम जनमानस तक कैसे सुनिश्चित हो? उनको कैसे जागरूक किया जाए?
21वीं सदी के इस दौर में आज भी समाज के कई तबके, शिक्षा की मूलभूत पहुंच से दूर खड़े दिखते हैं। फिर चाहे वह ग्रामीण क्षेत्र की छात्रएं हों, समाज का अन्य पिछड़ा वर्ग हो या फिर समाज का SC/ST वर्ग। आज भी, इस वर्ग का एक बड़ा हिस्सा मूलभूत शिक्षा से वंचित है। ऐसे में आकार IAS ने अपने भाई/बहनों तक शिक्षा की पहुंच सुलभ कराने के लिए लगातार प्रयासरत एवं प्रतिबद्ध है। आकार IAS लखनऊ में स्थित एक शैक्षणिक संस्थान है जो सिविल सेवा (IAS/PCS) प्रतियोगी परीक्षा के मार्गदर्शन में अपनी भूमिका का निर्वहन कर रहा है। अपने 5 वर्ष के इतिहास में आकार IAS ने कई अभ्यर्थियों के IAS/PCS बनाने के सपनों को साकार किया है। अब आकार IAS की मुहिम, समाज के उस वंचित वर्ग तक पहुंचना जिसके सपने तो बड़े हैं लेकिन उन सपनों को उड़ान देने के लिए हौसले की जरूरत है।
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इसी के मद्देनजर आकार IAS एक प्रवेश परीक्षा (Entrance Exam) के माध्यम से छात्रों की आधारभूत योग्यता (12th) के आधार पर उन्हें सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कराने के लिए दृढ़ संकल्पित है। आकार इस दृढ़ निश्चय के साथ अडिग है कि कल जब देश का यह भविष्य शासन और प्रशासन में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करेगा तो उस दशा में इनके कार्य की प्राथमिकता में वंचित वर्गों का स्थान सर्वोपरि होगा जिससे समाज और राष्ट्र में एक समानता का दृष्टिकोण परिलक्षित होगा।
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