Dhanteras Upay: हिंदू धर्म में दिवाली (Diwali) पर्व को विशेष महत्व है। इस पर्व का करीब हफ्तेभर उत्सव रहता है और हर दिन पूजा-पाठ करके तरीके और इसके लाभ अलग-अलग है। दीपावली से पूर्व धनतेरस (Dhanteras) पड़ता है। धनतेरस (Dhanteras) का हमारे धर्म में विशेष महत्व है। ऐसी मान्यता है कि धनतेरस (Dhanteras) के दिन यमराज के नाम से जो कोई भी दीपदान करेगा उसकी अकाल मृत्यु नहीं होगी और न ही उसके घर में असमयिक मौत होगी।

मान्यता के मुताबिक धनतेरस (Dhanteras) का दिन यमराज से संबंध रखने वाला व्रत है। ज्योतिष के मुताबिक, धनतेरस के दिन सूर्यास्त होने के बाद घर के बाहर मुख्य द्वार के दोनों तरफ मिट्टी के दीपक में दो यमराज के निमित्त दक्षिण दिशा में मुख दीप जलाना चाहिए।

दिवाली पर अपनाए ये उपाय

ज्योतिष के मुताबिक, जो लोग सारे टोने-टोटको का प्रयोग कर चुके हैं, यज्ञ-हवन करवा चुके हैं, लेकिन कोई लाभ नहीं मिल रहा हो। व्यक्ति चाहे कितने ही पाप क्यों न किए हों, उसके जीवन में पूर्व जीवन का कृत कितना भी दोष पूर्ण हो। लेकिन वह अपने घर स्फटिक के लक्ष्मी गणेश स्थापित करता है, तो उस घर पर माता लक्ष्मी की कृपा बरसती है। परिवार के सभी सदस्य पूर्ण सौभाग्यशाली बन जाते हैं।

स्फटिक के लक्ष्मी गणेश को घर लाएं

भक्त धनतेरस (Dhanteras) या दीपावली (Diwali) के दिन पूजन वाले स्थान में स्फटिक के लक्ष्मी गणेश रखते हैं, तो लक्ष्मी-गणेश की अद्भुत ऊर्जा से समस्त देवता प्रसन्न होकर आपके ऊपर कृपा करते हैं। इच्छुक साधक वास्तु शास्त्री से श्रद्धा पूर्वक चार्ज अभिमंत्रित चैतन्य करा कर स्फटिक के लक्ष्मी गणेश धनतेरस के दिन अपने घर लायें तो उन्हें सौभाग्य मिलता है।

इसे भी पढ़ें: स्वस्थ भारत के निर्माण में स्वास्थ्यकर्मियों का अहम योगदान

यहां स्थापित करें स्फटिक के नंदी

कर्ज से मुक्ति और डूबा हुआ पैसा वापस पाने के लिए स्फटिक से बने नंदी के स्फटिक स्थापित करने से भगवान की आप पर विशेष कृपा बरसती है। भगवान की कृपा से परिवार की गरीबी खत्म होती है और सौभाग्य प्राप्त होता है। ऐसा करने से जीवन को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में मददगार होता है।

इसे भी पढ़ें: देश में सब पर लागू होने वाली जनसंख्या नीति बननी चाहिए

Spread the news