प्रतापगढ़: कानून की सीमा में रहकर अधिवक्ताओं को अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए। वकील कभी निराश नहीं होता, क्योंकि उसका काम हारना और जीतना होता है। उक्त बातें जूनियर बार एसोसिएशन पुरातन प्रतापगढ़ के शपथ ग्रहण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति नीरज तिवारी ने कहा। उन्होंने कहा कि बार व बेंच के बीच सामंजस्य की भूमिका का निर्वाहन करते हुए परेशान वादकारियों के अधिकारों को दिलाने में अधिवक्ता भूमिका का निर्वाहन करें। कार्यक्रम का शुभारंभ होने से पूर्व कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति उच्च न्यायालय नीरज तिवारी, जनपद न्यायाधीश संजय शंकर पांडेय सहित अन्य न्यायिक अधिकारियों एवं अतिथियों का बैच लगाकर व माला पहनाकर स्वागत किया गया।
इसके उपरांत मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलन के साथ व सत्येंद्र नाथ मृदुल के द्वारा सरस्वती वंदना के साथ कार्यक्रम का आगाज हुआ। इसके उपरांत एल्डर कमेटी के चेयरमैन देव नारायण शुक्ल एडवोकेट ने समस्त नवनिर्वाचित अध्यक्ष इन्दुभाल मिश्र व महामंत्री संतोष नारायण मिश्र सहित पदाधिकारियों एवं सदस्यों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जनपद न्यायाधीश संजय शंकर पांडेय ने नवनिर्वाचित व निवर्तमान पदाधिकारियों को शुभकामना देते हुए कहा कि यहां के अधिवक्ताओं ने यहां की प्रचलित मिथ्या धारणाओं को निर्मूल साबित किया है। उन्होंने कहा कि कोई भी अधिवक्ता न्यायिक कार्य में अनायास व्यवधान नहीं करता है। अधिवक्ता समाज ही हमें सही रास्ते पर चलने का राह दिखाता है।
उन्होंने कहा कि वादकारी का हित सर्वोच्च होता है, उसके हितों को सर्वोच्च बनाए रखना चाहिए। इस दौरान आयोजित समारोह को बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश के सह अध्यक्ष प्रशांत सिंह अटल ने संबोधित करते हुए कहा कि अधिवक्ताओं के हित में तमाम कार्य हुए हैं। उन्होंने कहा कि नए अधिवक्ताओं के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को सरल कर दिया गया है और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को ऑनलाइन कराने का प्रयास होगा। 50 वर्ष से अधिक विधि में कार्य करने वाले अधिवक्ताओं को पेंशन देने की योजना पर शासन विचार कर रही है। इसके पूर्व बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश के सदस्य अनुराग पांडेय ने अपने संबोधन में अधिवक्ता कल्याण निधि सहित अन्य कई अधिवक्ताओं के हितों के संदर्भ में प्रकाश डाला। कार्यक्रम के समापन के मौके पर नवनिर्वाचित अध्यक्ष इन्दुभाल मिश्र ने आगंतुक व अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम में डीएम व एसपी के न शामिल होने पर नाराजगी जताते हुए अपमान बताया।
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कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ अधिवक्ता आचार्य ओम प्रकाश मिश्र ने किया। कार्यक्रम को वरिष्ठ अधिवक्ता पंडित राधेश्याम शुक्ल, राजेंद्र सिंह दाढ़ी,सूर्यकांत मिश्र निराला, गणेश नारायण मिश्र आदि ने अपने अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से अपर जिला जज जी. प्रसाद, आलोक द्विवेदी, कुंदन किशोर, पंकज कुमार श्रीवास्तव, एनके ओझा, नीरज बरनवाल, सीजेएम मनोज कुमार, एफटीसी द्वितीय बलराम दास जायसवाल, प्रदीप यादव, विश्वनाथ यादव सहित अन्य न्यायिक अधिकारी व अधिवक्तागण में जूनियर बार के पूर्व महामंत्री जयप्रकाश मिश्र जेपी, पूर्व अध्यक्ष अयोध्या प्रसाद मिश्र, रुलर बार एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष मुक्तेश्वर नाथ ओझा मुक्कू,अंजनी सिंह बाबा, डीजीसी क्रिमिनल योगेश शर्मा, एडीजीसी विक्रम सिंह, निवर्तमान अध्यक्ष मानसिंह, निवर्तमान महामंत्री गिरीश मिश्र,निवर्तमान वरिष्ठ उपाध्यक्ष द्वारिका प्रसाद मिश्र सहित आदि अधिवक्ता मौजूद रहे।
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