नई दिल्ली: लापरवाही के मामले में भारतीयों की गिनती सबसे ऊपर की जाती है। ऐसा अकारण नहीं बल्कि हमारी हरकतों की वजह से की जाती है। कोरोना काल के दौरान जहां लोगों को मास्क पहनने व कोरोना के नियमों का पालन कराने के लिए पुलिस लगानी पड़ी। वहीं इस दौरान भी भारतीयों ने वह गलती की जिसके लिए उन्हें वर्षों से जागरूक किया जा रहा है। देश में 2020-21 में कोरोना महामारी के दौरान असुरक्षित यौन संबंध (Unprotected Sex) बनाने की वजह से 85 हजार से ज्यादा लोग एचआईवी (HIV) का शिकार हुए हैं। इनमें सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र से हैं। यहां सबसे ज्यादा 10,498 लोग इस दौरान एचआईवी पॉजिटिव पाए गए हैं।
आरटीआई के तहत पूछे गए एक सवाल के जवाब में नेशनल एड्स कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (NACO) ने इन आंकड़ों को दिए हैं। बता दें कि मध्य प्रदेश के एक्टिविस्ट चंद्र शेखर गौर ने आरटीआई (RTI) दाखिल कर यह जवाब मांगा था। नेशनल एड्स कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (National AIDS Control Organization) के अनुसार, 2020-21 में जब पूरा देश लॉकडाउन से गुजर रहा था, तो इस दौरान 85, 268 लोग असुरक्षित यौन संबंध (Unprotected Sex) बनाने की वजह से एचआईवी का शिकार हुए। इसमें सबसे ज्यादा संख्या महाराष्ट्र से है, यहां 10,498 लोग एचआईवी से संक्रमित हुए।
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वहीं दूसरे नंबर पर आंध्र प्रदेश है, यहां 9,521 एचआईवी की चपेट में आए, तीसरे नंबर पर कर्नाटक में 8,947 लोग असुरक्षित यौन संबंध बनाने के चलते एचआईवी का शिकार हो गए। इसी तरह मध्य प्रदेश में 3037 तो पश्चिम बंगाल में 2,757 लोग एचआईवी संक्रमित पाए गए। NACO ने बताया कि प्री या पोस्ट टेस्ट काउंसलिंग के समय एचआईवी पॉजिटिव लोगों की ओर से दिए गए जवाबों के आधार पर आईसीटीसी काउंसलर ने संक्रमितों की संख्या और संक्रमण के कारणों की जानकारी एकत्रित की है।
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