लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी लखनऊ महानगर के तीन दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग का शुभारंभ सोमवार को पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पूर्व विधायक विद्यासागर गुप्ता, महानगर अध्यक्ष मुकेश शर्मा, महापौर संयुक्ता भाटिया और विधायक डॉक्टर नीरज बोरा मुख्य रूप से उपस्थित रहे। भारतीय जनता पार्टी की कार्यशैली के अनुसार पार्टी द्वारा कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के वैचारिक स्तर और स्मरण को बढ़ाने, सामाजिक राजनीतिक स्तर पर जानकारी प्रदान कराने और आवश्यक कौशल को बेहतर बनाने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने की एक लंबी परंपरा है जिसके अंतर्गत प्रशिक्षण वर्ग आयोजित किया गया है जिसमें लखनऊ में निवास करने वाले प्रदेश, क्षेत्र, लखनऊ महानगर के वरिष्ठ पदाधिकारी के अतिरिक्त मोर्चों एवं प्रकोष्ठ के महानगर संयोजकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
प्रशिक्षण वर्ग के प्रथम दिन 5 विभिन्न विषयों पर सत्र आयोजित किए गए, जिसमें प्रथम सत्र को पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा द्वारा भाजपा इतिहास एवं विकास विषय पर संबोधित करते हुए कहा कि हम सौभाग्यशाली हैं कि हम सब भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता हैं। यह एक लंबी जीवन यात्रा है व कार्यकर्ताओं की तपस्या से निकली हुई पार्टी है। उन्होंने कहा, पूज्य दीनदयाल उपाध्याय ने लखनऊ में काफी समय कार्य किया। श्यामा प्रसाद मुखर्जी आजादी के बाद कांग्रेस सरकार में विधि मंत्री के रूप में थे कांग्रेस की तुष्टीकरण नीति, कश्मीर नीति व राष्ट्रवाद के विरोध के कारण उन्होंने कांग्रेस को छोड़ दिया, वह राष्ट्रीय चेतना से ओतप्रोत थे। श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने 21 अक्टूबर, 1951 को संघ का गठन किया। जिस का झंडा आयताकार भगवा व चुनाव चिन्ह दीपक था। गुरु गोलवलकर ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सहयोग व संघ के संगठनात्मक ढांचे को दुरुस्त करने के लिए पंडित दीनदयाल को राष्ट्रीय महामंत्री बनाया।

दीनदयाल ने भू राष्ट्रवाद के ऊपर सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की संरचना तैयार की। जनसंघ स्थापित होने के बाद पहले चुनाव में जनसंघ की 3 सीट आई वह 3.06% का वोट मिला। देश में राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा पहली बार में ही प्राप्त हुआ। श्यामा प्रसाद मुखर्जी कुछ पार्टियों के 38 सांसदों के साथ नेता प्रतिपक्ष बने। 29 मई 1952 को जम्मू कश्मीर में अलग संविधान अलग प्रधान व अलग झंडे के विरोध में पूरे देश में आंदोलन किया। परमिट व्यवस्था को तोड़ने के लिए उन्होंने जम्मू-कश्मीर में गिरफ्तारी दी जहां उनकी मृत्यु हो गई। आंदोलन के कारण परमिट व्यवस्था को खत्म करना पड़ा। गोवा पांडिचेरी दमन दीप में पुर्तगाली शासन था और कांग्रेसी उसका अप्रत्यक्ष रूप से समर्थन कर रही थी तब जनसंघ की तरफ से बहुत बड़ा आंदोलन हुआ जिससे गोवा व दमनदीप आजाद हुआ। इसके बाद 1967 के आम चुनाव में जन संघ के 35 सदस्य बने 9.41 प्रतिशत वोट मिला।
1967 में पहली बार सम्मिलित सरकार में जनसंघ भी शामिल हुआ। 11 फरवरी 1968 को पूज्य दीन दयाल का संदिग्ध परिस्थिति में निधन हो गया उसके बाद अटल 1969 में अध्यक्ष बने। जयप्रकाश नारायण जनसंघ की नीतियों से बहुत प्रभावित हुए उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि जनसंघ अगर फासिस्ट वादी है तो जेपी पहला फासिस्ट वादी है, राष्ट्रवादी अगर कोई है तो जनसंघ है। इंदिरा गांधी के विरोध में आपातकाल के दौर में जनसंघ के तमाम लोगों को बंदी बना लिया गया ,1977 में इंदिरा चुनाव हार गई, जनसंघ के सहयोग से जनता पार्टी की सरकार बनी इसके बाद 1980 के दौर में भारतीय जनता पार्टी का गठन पंच निष्ठाओं के साथ हुआ जिसके पहले अध्यक्ष अटल बिहारी वाजपेई बने।
इंदिरा गांधी की मृत्यु के बाद 1984 सिख दंगों में भाजपा ने सिखों और हिंदुओं के बीच की दूरी को कम करने के लिए कार्य किया। भाजपा के जब दो सांसद जीत कर आए तो राजीव गांधी ने कहा बच्चे दो ही अच्छे वह भी घर में अच्छे। तब अटल ने कहा अंधेरा छटेगा कमल खिलेगा। उसके बाद 1996, 98 व 99 में गठबंधन के साथ अटल बिहारी वाजपेई ने सरकार बनाई। उन्होंने कहा भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता अपने वरिष्ठों का सम्मान करता है कार्यकर्ताओं को परिक्रमा की जरूरत नहीं होती है पराक्रम की जरूरत होती है, क्योंकि सिक्का आवाज करता है नोट आवाज नहीं करता है। इसी प्रकार मूल्यवान व्यक्ति अपनी हैसियत का दिखावा नहीं करता है।
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मीडिया प्रभारी प्रवीण गर्ग ने बताया कि दूसरे सत्र को प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व सांसद पद्मसिंह चौधरी ने “हमारा विचार परिवार” विषय पर तीसरे सत्र को प्रदेश महामंत्री लखनऊ प्रभारी गोविंद नारायण शुक्ला ने “2014 के बाद आया युगांतकारी परिवर्तन” विषय पर बोलते हुए कहा कि पिछली सरकारों के समय में जनता भ्रष्टाचार, परिवारवाद आतंकवाद, घोटालों और तुष्टीकरण की राजनीति से त्रस्त हो चुकी थी 2014 के बाद से भाजपा सरकार आने पर युगांत कारी परिवर्तन आया जिसमें भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रहित और गरीब कल्याण के कार्यों, नीतियों ने जनता के मन में विश्वास जागृत किया।

कश्मीर से धारा 370 समाप्त की गई तीन तलाक जैसी कुप्रथाओं से मुस्लिम महिलाओं को निजात मिली राम मंदिर निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ और कोविड-19 वैश्विक संकट के समय पर विश्व बंधुत्व की विचारधारा से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का मस्तक ऊंचा हुआ। यूक्रेन से हजारों की संख्या में छात्रों को सुरक्षित वापस लाने का कार्य भी भारतीय जनता पार्टी सरकार द्वारा किया गया।
चौथे सत्र में “बदली हुई परिस्थिति में भाजपा का दायित्व एवं भाजपा के वैशिष्टय की समझ” विषय पर क्षेत्रीय उपाध्यक्ष कमलेश मिश्रा ने और अंतिम सत्र को क्षेत्रीय उपाध्यक्ष राहुल राज रस्तोगी ने “भारत की मुख्य विचारधारा हमारी विचारधारा” विषय पर कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों को संबोधित किया। प्रशिक्षण वर्ग में मंच अध्यक्षता वरिष्ठ नेता मनोहर सिंह, हृदय नारायण श्रीवास्तव, रमेश तूफानी द्वारा और सत्र संचालन रामअवतार कनौजिया, अशोक तिवारी, आनंद द्विवेदी, सौरभ वाल्मीकि, जया शुक्ला द्वारा किया गया।
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