उरई: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) गांवों को लेकर काफी गंभीर हो गए हैं। गांवों के चहुमुखी विकास के लिए उन्होंने कई योजनाओं को शुरू किया है। रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने पंचायती राज दिवस के मौके पर बुंदेलखंड में तोहफों की बारिश की है। इस मौके पर उन्होंने प्रदेश की ग्राम पंचायतों (Gram Panchayat) को 1116 करोड़ की योजनाएं लोकार्पित करते हुए कहा कि अब स्मार्ट सिटी की तर्ज पर गांवों को भी स्मार्ट बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री आज जालौन में डकोर विकासखंड की ग्राम पंचायत ऐरी रमपुरा में जन चौपाल के लिए पहुंचे थे। यहीं से वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंचायती राज के डिजिटल कार्यक्रम में जूम एप के जरिए जुडे।

पंचायत राज दिवस के मौके पर ग्राम पंचायतों में अच्छा काम करने वालों को सम्मानित करने की कड़ी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यहां जिला पंचायत अध्यक्ष घनश्याम अनुरागी और प्रधान ओमकार पाल से मिले और उन्हें सम्मानित भी किया। बता दें कि पंचायती राज मंत्रालय ने दीनदयाल पंचायत सशक्तीकरण पुरस्कार के लिए प्रदेश के दो जनपद मिर्जापुर और जालौन का चयन किया है। प्रदेश में इस जिला पंचायत ने तीसरा स्थान प्राप्त किया है। सीएम योगी ने यहां स्मार्ट गांवों का जिक्र करते हुए मोदी के संकल्प को पूरा करने का आह्वान किया।

इसे भी पढ़ें: भ्रष्टाचार की लोकायुक्त से शिकायत  

इस मौके पर उन्होंने वित्त आयोग की 682.5 करोड़ की धनराशि से तैयार तकनीकी उपकरणों से युक्त 39,000 ग्राम सचिवालयों, स्वच्छ भारत मिशन ग्राम विधायक निधि के 90 करोड़ से बने 2000 सामुदायिक शौचालयों, वित्त आयोग की 306.7 करोड़ की धनराशि से प्रदेश की 15,759 ग्राम पंचायतों में लगाई गईं 7.10 लाख एलईडी लाइटों और राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के तहत 33.6 करोड़ रुपए की लागत से बने 16 जिला पंचायत रिसोर्स सेंटर व प्रशक्षिण केंद्रों का लोकार्पण किया। करीब पौने दो घंटे के कार्यक्रम के बाद वह राजधानी लखनऊ रवाना हो गए।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ऐरी रमपुरा ग्राम एक मॉडल है, अगर ऐसी सोच हर ग्राम पंचायत की होगी तो पंचायतें विकास की धुरी बनेंगी। उन्होंने कहा कि विकास कार्य के लिए पैसों की कमी नहीं है। सीएम योगी ने कहा, हम गांव के पंचायत भवनों को और मजबूत करेंगे और सभी काम ग्राम पंचायतों से ही हों, इसी सोच के साथ हमारी सरकार आगे बढ़ रही है।

इसे भी पढ़ें: ‘गवर्नमेंट’ से ‘गवर्नेंस’ की तरफ बढ़ने की जरूरत

Spread the news