लखनऊ: योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के 22वें मुख्यमंत्री के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। राज्यपाल अनंदीबेन पटेल ने राजधानी लखनऊ के अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम में आदित्यनाथ योगी को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। इसके बाद योगी आदित्यनाथ के कैबिनेट में शामिल 52 मंत्रियों को भी पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई गई। इस एतिहासिक क्षण के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ देश के कई राज्यों मुख्यमंत्री व दिग्गज हस्तियां शामिल रहीं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का शपथ ग्रहण समारोह काफी भव्य रहा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट में जहां जातीय में मजबूत पैठ रखने वाले पुराने चेहरों को तरजीह दी गई है, वहीं नए चेहरों को भी जाीतय समीकरण साधते हुए शामिल किया गया है।
राजनीति में कहा जाता है कि दिल्ली का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर जाता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट में शामिल चेहरों को देखकर समझा जा सकता है कि बीजेपी ने 2022 की प्रदेश सरकार के साथ 2024 के दिल्ली सरकार तक का सफर तय करने का रास्ता ढूंढ लिया है। यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में जहां पूरा विपक्ष दलित-पिछड़ों पर आधारित राजनीति करने में मग्न था, वहीं बीजेपी ने दलित और पिछड़े चेहरों को मंत्रिमंडल में शामिल करके यह संदेश देने की कोशिश की है कि उनके अधिकार इसी पार्टी में सुरक्षित हैं। हालांकि इसका खामियाजा अगड़े वर्ग के नेताओं को चुकाना पड़ा है। योग्यता और जीत के बावजूद अगड़े वर्ग के नेता योगी कैबिनेट से आउट हो गए हैं। वहीं अपनी सीट गंवाने वाले केशव प्रयाद मौर्य को योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल में भी उप मुख्यमंत्री बनाया गया है। ब्राह्मण चेहरे के रूप में बृजेश पाठक को उप मुख्यमंत्री बनाया गया है।
— Yogi Adityanath (मोदी का परिवार) (@myogiadityanath) March 25, 2022
योगी कैबिनेट को देखकर यही लगता है कि बीजेपी ने इस बार भगवा रंग को पिछड़ों के रंग से रंगने का प्रयास किया है। योगी सरकार के पिछले कार्यकाल में ऊर्जा मंत्री रहे श्रीकांत शर्मा से योगी आदित्यनाथ और भारतीय जनता पार्टी कितना संतुष्ट थी यह तो नहीं पता, लेकिन जनता को जितना लगा ऊर्जा विभाग से मिला उतना किसी अन्य विभागों से नहीं मिल सका। अन्य विभागों की तरफ से ट्विटर पर शिकायतों का रिप्लाई तक नहीं मिल पाता था, वहीं विद्युत विभाग की समस्याओं को ट्वीट करते ही संज्ञान ले लिया जाता था और श्रीकांत शर्मा खुद कई समस्याओं का संज्ञान लेते थे।
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खुद के ट्वीटर हैंडल से किसी की सुनवाई नहीं होती तो ऐसे में उनके मंत्री और अधिकारी कितना तवज्जों देंगे यह समझने वाली बात है। दिल्ली में केजरीवाल सरकार की तरह सीएम योगी आदित्यनाथ ने सीएम हेल्पलाइन 1076 की शुरुआत की थी, जो पूरे पांच साल के कार्यकाल में हाथी दांत साबित हुई। फरियादियों की समस्या का हाल यह रहा कि उन्हें दूर दराज से भागते हुए सीएम दरबार तक आना पड़ा। समस्याओं से ऊब कर कई ने विधानसभा के सामने आत्मदाह का प्रयास किया। इसमें कुछ की जान भी चली गई। ऐसे में इस बार योगी कैबिनेट में शामिल पिछड़ों की फौज क्या गुल खिलाएगी यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा। फिलहाल माना जा रहा है अगड़े वर्ग के नेताओं को संगठन में अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है।
योगी मंत्रिमंडल में शामिल नाम
1 योगी आदित्यनाथ- सीएम- गोरखपुर
2 केशव मौर्या- डिप्टी सीएम- सिराथू कौशांबी
3 ब्रजेश पाठक- डिप्टी सीएम- लखनऊ कैंट
कैबिनेट मंत्री
1- सूर्य प्रताप शाही- पथरदेवा देवरिया
2- सुरेश खन्ना- शाहजहांपुर
3- स्वतंत्रदेव सिंह- जालौन
4- बेबी रानी मौर्य- आगरा ग्रामीण
5- लक्ष्मी नारायण चौधरी- छाता, मथुरा
6- ठाकुर जयवीर सिंह- मैनपुरी सदर
7- धर्मपाल सिंह- बरेली
8- नंद गोपाल नंदी- प्रयागराज दक्षिण
9- भूपेंद्र चौधरी- मुरादाबाद
10- अनिल राजभर- गोरखपुर
11- जितिन प्रसाद- शाहजहांपुर
12- एके शर्मा- मऊ
13- योगेंद्र उपाध्याय- आगरा दक्षिण
14- राकेश सचान- भोगनीपुर विधानसभा (कानपुर देहात)
15- आशीष पटेल
16- संजय निषाद
राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार
1- नितिन अग्रवाल- हरदोई
2- कपिलदेव अग्रवाल- मुजफ्फरनगर
3- रविंद्र जायसवाल- वाराणसी नॉर्थ
4- संदीप सिंह- अतरौली (अलीगढ़)
5- गुलाब देवी- चंदौसी (संभल)
6- गिरीश यादव- जौनपुर सदर
7- धर्मवीर प्रजापति
8- असीम अरुण- कन्नौज सदर
9- जेपीएस राठौर
10- दयाशंकर सिंह- बलिया सदर
11- नरेंद्र कश्यप- गाजियाबाद
12- डॉ. अरुण कुमार सक्सेना- बरेली
13- दिनेश सिंह
14- दयाशंकर मिश्र
राज्यमंत्री
1- मयंकेश्वर सिंह- तिलोई (अमेठी)
2- दिनेश खटीक- हस्तिनापुर (मेरठ)
3- संजीव गौड़- ओबरा (सोनभद्र)
4- बलदेव- औलख बिलासपुर (रामपुर)
5- अजीत पाल- सिकंदरा (कानपुर देहात)
6- जसवंत सैनी- खतौली (मुजफ्फरनगर)
7- रामकेश निषाद- तिंदवारी (बांदा)
8- मनोहर लाल मन्नू कोरी- महरौनी (ललितपुर)
9- संजय सिंह गंगवार – पीलीभीत
10- बृजेश सिंह- देवबंद
11- केपी मलिक- बागपत
12- सुरेश राही- हरगांव (सीतापुर)
13- सोमेंद्र तोमर- मेरठ
14- अनूप प्रधान- खैर (अलीगढ़)
15- प्रतिभा शुक्ला- अकबरपुर रानिया (कानपुर देहात)
16- राकेश राठौर गुरू- सीतापुर
17- रजनी तिवारी- शाहाबाद (हरदोई)
18- सतीश शर्मा
19- दानिश आजाद अंसारी- (बलिया,बसंतपुर)
20- विजय लक्ष्मी गौतम- सलेमपुर (देवरिया)
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