2025 Tragedies: साल 2025 का नाम लेते ही दिल एक अजीब सी भारीपन से भर उठता है। यह वह साल था जिसने देश-दुनिया को एक के बाद एक ऐसे झटके दिए, जिनके निशान शायद लंबे समय तक दिलों पर रहेंगे। आस्था के महापर्व से लेकर आसमान तक, हर जगह मानो दुर्भाग्य ने अपना साया फैला दिया था। आइए, याद करते हैं उन आठ बड़ी घटनाओं को जिन्होंने इस साल को इतना भारी बना दिया।
1. प्रयागराज: महाकुंभ के पावन जल में डूबा मातम
29 जनवरी, मौनी अमावस्या का दिन था। प्रयागराज के महाकुंभ में लाखों श्रद्धालु स्नान के लिए जुटे थे। लेकिन अचानक, भीड़ नियंत्रण से बाहर हो गई और भगदड़ मच गई। कुछ ही पलों में आस्था का यह सबसे बड़ा मेला एक त्रासदी में बदल गया। कई लोग कुचले गए, सैकड़ों घायल हुए। परिवारों का सहारा छिन गया, और एक ऐसा दर्द दिया जो शायद ही भरे।
2. दिल्ली रेलवे स्टेशन: गलत घोषणा का खामियाजा
15 फरवरी को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर प्लेटफॉर्म बदलने की एक गलत घोषणा ने अफरातफरी मचा दी। घबराई भीड़ में लोग एक-दूसरे पर गिरते चले गए। यह सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि हमारी सार्वजनिक व्यवस्था पर एक बड़ा सवाल था, जिसकी कीमत कई निर्दोष यात्रियों ने अपनी जान से चुकाई।
3. पहलगाम आतंकी हमला: वादियों में गूंजी आतंक की गोलियां
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के खूबसूरत पहलगाम में आतंकियों ने शांति को तोड़ दिया। यात्रियों और स्थानीय लोगों पर की गई बर्बर गोलीबारी में 26 लोगों की जान चली गई। कई परिवारों का सहारा छिन गया, कई माँओं की गोद सूनी हो गई। हालांकि, सरकार ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से मुंहतोड़ जवाब दिया, लेकिन उन जख्मों को भरने में वक्त लगेगा।
4. मुंबई ट्रेन हादसा: रफ्तार के साथ टकरायी लापरवाही
9 जून को मुंबई, जो देश की जीवनरेखा है, वहाँ दो ट्रेनों की टक्कर ने शहर को हिला दिया। इस हादसे में 4 से ज्यादा लोगों की मौत हुई और कई घायल हुए। यह घटना हमारे यातायात तंत्र में छिपी खामियों को दोबारा याद दिला गई।
5. अहमदाबाद प्लेन हादसा: आसमान से टूटा सपना
12 जून का वह काला दिन, जब अहमदाबाद से लंदन जा रहा एक विमान टेकऑफ के कुछ ही देर बाद क्रैश हो गया। विमान में सवार 242 में से 241 यात्रियों और जमीन पर एक हॉस्टल के 28 लोगों की जान चली गई। यह भारतीय विमानन इतिहास के सबसे दर्दनाक हादसों में से एक बन गया, जिसने सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल खड़े किए।
6. उत्तराखंड प्राकृतिक आपदा: प्रकृति का कहर
पूरा साल उत्तराखंड के लिए प्रकृति के कहर को झेलते हुए बीता। बादल फटने, अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन ने पूरे गाँवों को तबाह कर दिया। हजारों लोग बेघर हुए, सैकड़ों लापता हुए या जान गंवा बैठे। यह तस्वीर थी जलवायु परिवर्तन के बढ़ते खतरे की।
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7. बेंगलुरु आईपीएल भगदड़: खेल के मैदान में मची त्रासदी
4 जून को बेंगलुरु के एक आईपीएल मैच के दौरान स्टेडियम में गेट बंद होने की अफवाह ने भगदड़ मचा दी। उत्साह और उमंग से भरा माहौल अचानक दहशत और दर्द में बदल गया। कई प्रशंसक घायल हुए और कुछ की जान चली गई, जिसने खेल के इस महोत्सव पर एक गहरा धब्बा लगा दिया।
8. लाल किला ब्लास्ट: इतिहास पर हमला
10 नवंबर को देश की शान और ऐतिहासिक धरोहर लाल किले के पास हुए भीषण धमाके ने राष्ट्र की नींव को हिला दिया। इस हमले में 15 लोगों की मौत हुई और कई घायल हुए। यह सिर्फ एक विस्फोट नहीं, बल्कि हमारी सुरक्षा व्यवस्था और शांति के लिए एक चुनौती थी।
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