नई दिल्ली: विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर शुक्रवार को दिल्ली के एम्स में दिव्यांग फेडरेशन (एम्स) के तत्वाधान में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया तथा इस अवसर पर मऊ की एक दिव्यांग को ऑटोमेटिक व्हीलचेयर प्रदान कर विश्व विकलांग दिव्यांग मनाया गया।
दिव्यांग फेडरेशन (एम्स) के अध्यक्ष संतदेव चौहान ने मऊ जनपद की अमिला के ग्राम कंचनपुर हेमई निवासी बच्ची यादव को आटोमेटिक व्हील चेयर प्रदान कर विश्व दिव्यांग दिवस की महत्ता को बताते हुए कहा कि हर व्यक्ति ऐसे पुनीत अवसर पर अगर सामाजिक कार्य करे तो समाज में काफी बदलाव हो सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार दिव्यांगों के लिए अच्छा कार्य कर रही है। दिल्ली उपचार के लिए आए दिव्यांग मरीज व उनके परिजनों को सड़क पर रहना पड़ता है, दिव्यांगों के लिए एम्स में अलग से धर्मशाला की आवश्यकता है। वे इसके लिए प्रधानमंत्री को पहले भी पत्र लिख चुके हैं पुनः भी लिखेंगे।
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श्री चौहान ने कहा कि भारत सरकार ने जो देश में 18 एम्स जनता की सुविधा के लिए खोले हैं, उसमें दिल्ली एम्स में एक तबादला नीति बनाकर दिल्ली के चिकित्सकों को उन 18 एम्स में तैनात किया जाए ताकि जनता का विश्वास बढ़े, मरीजों को बेहतर सुविधा मिले और जनता अपने नजदीकी एम्स में बेहतर इलाज करा सके तथा प्रधानमंत्री मोदी की आमजन को बेहतर चिकित्सा के प्रति विराट सोच व कार्य से जनता लाभवान्वित होकर आर्थिक बोझ के खर्च से बच सके।
इस अवसर पर व्हीलचेयर पाने वाली मऊ की बच्ची देवी के पुत्र सोनू कुमार यादव ने कहा कि दिल्ली एम्स में संतदेव चौहान सराहनीय कार्य करते हैं। हमेशा लोगों की मदद करते हैं। बताया कि मां का पैर का नस ब्लाक हो गया था जिसकी वजह से मां का पैर को काटना पड़ा। वे काफी दिनों से इलाज करा रहे हैं। संतदेव चौहान, संत के रूप में मदद करते हैं।
इस अवसर पर पवन कुमार, दिव्यांग फेडरेशन एम्स के उपाध्यक्ष विनोद यादव, महासचिव राजेश कुमार, सचिव नरेन्द्र पटवाल, कोषाध्यक्ष बाबू खान, संजय कुमार, सतीश, किशन, जगवीर सिंह, सुषमा, रजनी मौजूद रहे।
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