UP News: उत्तर प्रदेश में डायरिया से हर वर्ष सैंकड़ों बच्चे अपनी जान गंवाते हैं। डायरिया की मुख्य वजहों में दूषित जल (polluted water) शामिल है। सबको शुद्ध जल उपलब्ध कराने के संकल्पों के साथ सरकार के स्तर से प्रयास भी किए जा रहे हैं, वहीं एक आंकड़े के मुताबिक उत्तर प्रदेश के गांवों में करीब 25 हजार जल स्रोत दूषित पानी दे रहे हैं। इन जल स्रोतों में नल, हैंडपंप सहित दूसरे माध्यम शामिल हैं। जांच में इनका पानी पीने योग्य नहीं पाया गया है। इस बात का पता ग्रामीण पेयजल मिशन के तहत महिला समूहों की ओर से घरों से लिए जा रहे फील्ड टेस्ट किट जांच के चलते हुआ है। राहत की बात यह है कि फील्ड टेस्ट किट से जांच में दूषित पाए गए एक लाख पानी के नमूनों में से हजारों सैंपल लैब से जांच कराने पर सही पाए गए है। अब इसमें सुधार की कार्रवाही की जा रही है।
गौरतलब है कि देश के तमाम शहरों में महिलाओं समूहों की तरफ से लगातार पानी के नमूने लेकर उनकी जांच की जा रही है। इसके लिए उन्हें फील्ड टेस्ट किट उपलब्ध कराई गई है। हर जांच के एवज में उनको 20 रुपये दिए जा रहे हैं। आंकड़ों के मु़ताबिक अब तक 28 लाख 15 हजार 976 सैंपलों की जांच की जा चुकी हैं। इनमें से 1 लाख 11 हजार 328 जल स्रोतों से लिए गए पानी के नमूने जांच में दूषित मिले हैं। इसके बाद इनकी दोबारा प्रयोगशाला में जांच कराई गई। प्रयोगशाला जांच में इनमें से 24 हजार 869 नमूनों में गड़बड़ी मिली। कई कारणों से इन जल स्रोतों का पानी जहरीला या दूषित था, जिसका प्रयोग पीने या खाना बनाने के लायक नहीं है।
शाहजहांपुर जिले के नमूनों में मिली गड़बड़ी
जांच के लिए पानी के नमूनों के यह आंकड़े उत्तर प्रदेश के 29 जिलों के हैं। इनमें सर्वाधिक खराब स्थिति शाहजहांपुर जिले की मिली है। वहां से लिए गए नमूनों में से 10 हजार 781 सैंपलों में गड़बड़ी पाई गई। मथुरा में 7 हजार 54, सीतापुर में 6 हजार 213, इटावा में 4 हजार 325 और संत कबीर नगर में 3686 जल स्रोत प्रदूषित पाए। जांच में पानी के प्रदूषित होने के प्रमुख कारणों में पाइप में लीकेज, भूगर्भीय जल में गड़बड़ी की बात सामने आई।
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इन जिलों में की गई जांच
जांच के लिए जिन 29 जिलों के पानी के नमूने लिए गए उसमें अंबेडकरनगर, अमेठी, अमरोहा, औरैया, बांदा, बाराबंकी, बस्ती, बुलंदशहर, चंदौली, इटावा, फिरोजाबाद, हापुड़, हरदोई, झांसी, लखीमपुर खीरी, लखनऊ, महाराजगंज, मथुरा, मऊ, मेरठ, मुरादाबाद, रायबरेली, रामपुर, संत कबीर नगर, शाहजहांपुर, शामली, श्रावस्ती, सीतापुर व उन्नाव शामिल हैं।
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