लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सभी मदरसों में राष्ट्रगान गान (national anthem in madrasas) को अब अनिवार्य कर दिया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की सरकार ने इस संबंध में एक आदेश जारी कर दिया है। आदेश में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद की 24 मार्च को हुई बैठक में ही इस बात पर सहमति बन चुकी थी। लेकिन रमजान के चलते लागू करने का आदेश नहीं दिया गया था। गौरतलब है कि मदरसों में जहां माना जाता है कि दीन की शिक्षा दी जाती है। वहां अभी तक राष्ट्रगान नहीं गाया जाता था। ऐसा माना जाता था कि मुस्लिम समाज के लोग इसे मानेंगे नहीं। यही मानकर उन्हें कभी मनाने का प्रयास भी नहीं किया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस पर पहल की और इसे अनिवार्य कर मदरसों को भी अन्य स्कूलों की संज्ञा में लाने का काम किया है।
जानकारी के अनुसार, यूपी मदरसा शिक्षा परिषद के रजिस्ट्रार की तरफ से प्रदेश के समस्त जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को मदरसों में कक्षा शुरू करने से पहले राष्ट्रगान का गयान किए जाने के निर्देश दिए हैं। आदेशित पत्र में कहा गया है कि 24 मार्च को परिषद की बैठक में प्रत्येक मान्यता प्राप्त, अनुदानित एवं गैर अनुदानित मदरसों में आगामी शिक्षण सत्र से कक्षाएं प्रारम्भ होने से पहले राष्ट्रगान गाने को अनिवार्य करने का निर्णय लिया गया था।
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बैठक में तय हुआ था कि अन्य दुआओं के साथ ही समवेत स्वर में शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं की ओर से राष्ट्रगान ‘जन गण मन अधिनायक जय हे…’ का गायन किये जाने का निर्णय लिया गया है। पत्र में कहा गया है कि जैसा कि आप अवगत हैं कि माह-ए-रमजान के कारण मदरसों में घोषित वार्षिक अवकाश सूची में दिनांक 30 मार्च से 11 मई तक अवकाश है। इस तरह 12 मई से नियमित कक्षाओं का संचालन शुरू हो जाएगा। ऐसे में राष्ट्रगान के गायन को नियमत: सुचारू रूप से लागू करने का कार्य किया जाए। जानकारों का कहना है कि मदरसों में राष्ट्रगान के गायन से यहां तालीम हासिल करने वाले बच्चों में राष्ट्र के प्रति प्रेम बढ़ेगा। उर्द वाले भैया राष्ट्रगान गाकर अपने देश का गौरव बढ़ाएंगे।
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