नई दिल्ली: जेल कैदियों के लिए जहां सजा है वहीं सुरक्षित पनागाह भी है। यहां कैदी अपनी सजा तो काटता ही है, साथ में बाहर की अपेक्षा काफी सुरक्षित भी महसूस करता है। लेकिन हाल के दिनों जेल के अंदर बढ़ रही आपराधिक घटनाओं ने जहां जेल प्रशासन व्यवस्था की पोल खोल दी है वहीं कैदियों की सुरक्षा को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े किए है। जेल के अंदर सजा काट रहे कैदियों की हत्या तक कर दी गई है। वहीं दिल्ली के तिहाड़ जेल में कैदियों के बीच हिंसक झड़प हुई है, जिसमें तीन कैदी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
सभी घायलों को अलग अलग अस्पताल में इलाज के लिए भती्र कराया गया है। वहीं हिंसक झड़प की सूचना मिलने पर हरिनगर थाना पुलिस अस्पताल पहुंची, जहां घायल कैदी सुमित दत्त के बयान के आधार पर हत्या के प्रयास समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है। एम पुलिस अधिकारी के मुताबिक 11 सितंबर की रात दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल से सूचना मिली कि तिहाड़ जेल के जेल संख्या 3 में बंद विचाराधीन कैदी सुमित दत्त के साथ मारपीट हुई है। उसे घायल अवस्था में अस्पताल लाया गया है।
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पुलिस को यहां पहुंचने पर पता चला कि सुमित पर चाकू से जानलेवा हमला किया गया है। पूछताछ में सुमित ने बताया कि जेल के अंदर कालू और बिलौठा नाम के कैदियों से उसकी लड़ाई हो गई थी। इस दौरान उसके ऊपर धारदार हथियार से हमला कर दिया गया। वहीं सुमित की हालत को देखते हुए डीडीयू से सफदरजंग अस्पताल में रेफर कर दिया गया है। पुलिस के मुताबिक मारपीट में बृजेश को चोटें आई हैं। उसके शरी पर भी चाकू के निशान देखे गए हैं। उसे भी सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस पूरे मामले में पुलिस हत्या के प्रयास का मामला मानते हुए मुकदमा दर्ज कर छानबीन कर रही है।
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