Pauranik Katha: शकुनि ने बदला लेने के लिए बहन के खानदान का कराया सर्वनाश

Pauranik Katha: गांधार देश के राजा सुबल के 100 पुत्र और एक पुत्री थी। सबसे छोटे पुत्र का नाम शकुनि और पुत्री का नाम गांधारी था। शकुनि की पत्नी का…

Pauranik Katha: राजा परीक्षित को श्रृंगी ऋषि का श्राप

Pauranik Katha: राजा परीक्षित एक बार शिकार करने के लिए निकले और जंगल में दूर निकल गये। भूख-प्यास से त्रस्त होकर वे एक आश्रम पहुँचे जहाँ शमिक ऋषि ध्यान मग्न…

Pauranik Katha: हनुमानजी और यम के बीच मुठभेड़ की कहानी

Pauranik Katha: हनुमान जी की यम से मुठभेड़ तब होती है जब हनुमानजी माता सीता का पता लगाने के लिए लंका जाते हैं। माता सीता को खोज सफलतापूर्वक पूरी होने…

Pauranik Katha: जानें श्राप और वरदान का रहस्य

Pauranik Katha: हम पौराणिक कथाओं में प्रायः यह पढ़ते-सुनते आये हैं कि अमुक ऋषि ने अमुक साधक को वरदान दिया या अमुक असुर को श्राप दिया। जन साधारण को या…

Pauranik Katha: गौ भक्त राजर्षि दिलीप, जिन्होंने सिंह को सौंप दिया शरीर

Pauranik Katha: शास्त्रों में राजा को भगवान् की विभूति माना गया है। साधारण व्यक्ति से श्रेष्ठ राजा को माना जाता है, राजाओं में भी श्रेष्ठ सप्त द्वीपवती पृथ्वी के चक्रवर्ती…

Pauranik Katha: महारथी कर्ण के कवच कुण्डल का रहस्य

Pauranik Katha: एक असुर था, दम्बोद्भव। उसने सूर्यदेव की बड़ी तपस्या की। सूर्य देव जब प्रसन्न हो कर प्रकट हुए और वरदान मांगने को कहा तो उसने “अमरत्व” का वरदान…

Pauranik Katha: कैलाश पर्वत उठा देने वाला रावण क्यों नहीं उठा पाया शिव धनुष, जानें क्या है रहस्य

Pauranik Katha: भगवान शिव का धनुष बहुत ही शक्तिशाली और चमत्कारिक था। शिव ने जिस धनुष को बनाया था उसकी टंकार से ही बादल फट जाते थे और पर्वत हिलने…

Pauranik Katha: प्रकाण्ड विद्वान अष्टावक्र

Pauranik Katha: अष्टावक्र इतने प्रकाण्ड विद्वान थे कि माँ के गर्भ से ही अपने पिताजी “कहोड़” को अशुद्ध वेद पाठ करने के लिये टोंक दिए, जिससे क्रुद्ध होकर पिताजी ने…

Pauranik Katha: भक्तों के लिए भोले और दुष्टों के लिए महाकाल है शिव

Pauranik Katha: संसार में भगवान की भक्ति सुख और शान्ति प्राप्त करने का अमोघ साधन है। इससे उत्तम साधन और कोई नहीं है, क्योंकि भक्त को ईश्वर का आश्रय रहता…

Kahani: सहायता ही धर्म है

Kahani: एक बार कुछ विदेशी यात्री भारत भ्रमण के लिए आए। उन्होंने भारत के अनेक धार्मिक एवं सांस्कृतिक स्थलों का भ्रमण किया। भ्रमण करते-करते एक दिन वे एक महात्मा के…

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