Pauranik Katha: धृतराष्ट्र, पाण्डु और विदुर के जन्म की कथा
Pauranik Katha: हस्तिनापुर नरेश शान्तनु और रानी सत्यवती के चित्रांगद और विचित्रवीर्य नामक दो पुत्र हुए। शान्तनु का स्वर्गवास चित्रांगद और विचित्रवीर्य के बाल्यकाल में ही हो गया था इसलिये…
Pauranik Katha: हस्तिनापुर नरेश शान्तनु और रानी सत्यवती के चित्रांगद और विचित्रवीर्य नामक दो पुत्र हुए। शान्तनु का स्वर्गवास चित्रांगद और विचित्रवीर्य के बाल्यकाल में ही हो गया था इसलिये…
Kahani: एक राजा बहुत बड़ा प्रजापालक था, हमेशा प्रजा के हित में प्रयत्नशील रहता था। वह इतना कर्मठ था कि अपना सुख, ऐशो-आराम सब छोड़कर सारा समय जन-कल्याण में ही…
Kahani: शादी की वर्षगांठ की पूर्व-संध्या पर पति-पत्नी साथ में बैठे चाय की चुस्कियां ले रहे थे। संसार की दृष्टि में वो एक आदर्श युगल था। प्रेम भी बहुत था…
Kahani: राजा महेन्द्रनाथ हर वर्ष अपने राज्य में एक प्रतियोगिता का आयोजन करते थे, जिसमें हजारों की संख्या में प्रतियोगी भाग लिया करते थे और विजेता को पुरस्कार से सम्मानित…
Kahani: राजा के दरबार में एक आदमी नौकरी मांगने के लिए आया, उससे उसकी क़ाबलियत पूछी गई। तो वो बोला, मैं आदमी हो, चाहे जानवर, शक्ल देख कर उसके बारे…
Maharishi Vedvyas: हमारे देश में कई बड़े-बड़े ऋषि ने जन्म लिया हैं, जिसमें से वेदव्यास (Maharishi Vedvyas) एक बड़े महात्मा ऋषि हैं। इनकी न जाने कितनी सारी बातें आज भी…
Kahani: एक बार की बात है, एक बहुत ही पुण्य व्यक्ति अपने परिवार सहित तीर्थ के लिए निकला। कई कोस दूर जाने के बाद पूरे परिवार को प्यास लगने लगी।…
Kahani: एक गांव में एक बूढ़ा व्यक्ति रहता था, जो वस्तुओं के उपयोग के मामले में बहुत कंजूस था। उन्हें बचा बचा कर उपयोग किया करता था। उसके पास एक…
Kahani: एक औरत रोटी बनाते बनाते “ॐ नम: शिवाय ” का जाप कर रही थी। अलग से पूजा का समय कहाँ निकाल पाती थी बेचारी, तो बस काम करते करते…
Kahani: उमा के घर के पीछे एक बबूल का पेड़ था। उमा अपने कमरे की खिड़की से उसे देखती रहती थी। एक दिन उसने देखा कि एक चिड़िया बार-बार आ-जा…