Kahani: संसार की वास्तविकता

Kahani: पुराने जमाने में एक राजा हुए थे, भर्तृहरि। वे कवि भी थे। उनकी पत्नी अत्यंत रूपवती थी। भर्तृहरि ने स्त्री के सौंदर्य और उसके बिना जीवन के सूनेपन पर…

Pauranik Katha: प्रणाम का महत्व

Pauranik Katha: महाभारत का युद्ध चल रहा था, एक दिन दुर्योधन के व्यंग्य से आहत होकर भीष्म पितामह घोषणा कर देते हैं कि मैं कल पांडवों का वध कर दूँगा।…

Pauranik Katha: राजा जनक को नर्क द्वार का दर्शन

Pauranik Katha: प्राचीन काल की बात है। राजा जनक ने ज्यों ही योग बल से शरीर का त्याग किया, त्यों ही एक सुन्दर सजा हुआ विमान आ गया और राजा…

Pauranik Katha: सन्त के आशीर्वाद का ऋण

Pauranik Katha: एक बार महर्षि नारद बैकुंठ की यात्रा पर जा रहे थे। नारद जी को रास्ते में एक औरत मिली-और बोली, मुनिवर! आप प्रायः भगवान नारायण से मिलने जाते…

Pauranik Katha: शिवभक्त भृंगी जिनके लिए भगवान को धारण करना पड़ा अर्द्धनारीश्वर रूप

Pauranik Katha: महादेव के गणों मे एक हैं भृंगी। एक महान शिवभक्त के रूप में भृंगी का नाम अमर है। जहां शिव होंगे वहां गणेश, नंदी, श्रृंगी, भृंगी, वीरभद्र का…

Pauranik Katha: हंस और कौवा

Pauranik Katha: पुराने जमाने में एक शहर में दो ब्राह्मण पुत्र रहते थे, एक गरीब था, तो दूसरा अमीर। दोनों पड़ोसी थे। गरीब ब्राह्मण की पत्नी उसे रोज़ ताने देती…

Kahani: 19 ऊंटों की कहानी

Kahani: एक गांव में एक व्यक्ति के पास 19 ऊंट थे। एक दिन उस व्यक्ति की मृत्यु हो गयी। मृत्यु के पश्चात वसीयत पढ़ी गयी। जिसमें लिखा था कि मेरे…

Pauranik Katha: गुरु मंत्र का प्रभाव

Pauranik Katha: स्कन्द पुराण के ब्रह्मोत्तर खण्ड में कथा आती है। काशी नरेश की कन्या कलावती के साथ मथुरा के दाशार्ह नामक राजा का विवाह हुआ। विवाह के बाद राजा…

Pauranik Katha: महादेव के भक्त भील-भीलनी की कहानी

Pauranik Katha: चंड नामक एक सरल हृदय का भील जंगल में रहता था। वहां टूटा-फूटा पुराना शिवालय था। उसमें कोई पूजा नहीं करता था। चंड उस मूर्ति को उठाकर अपने…

Pauranik Katha: माता पार्वती का महल लंका

Pauranik Katha: एक बार की बात है, देवी पार्वती का मन खोह और कंदराओं में रहते हुए ऊब गया। दो नन्हें बच्चे और तरह-तरह की असुविधाएँ। उन्होंने भगवान शंकर से…

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