Kahani: भाग्य और समय
Kahani: भाग्य से ज्यादा और समय से पहले न किसी को मिला है और न मिलेगा। एक सेठ थे जिनके पास बहुत धन दौलत थी और सेठ ने उस धन…
Kahani: भाग्य से ज्यादा और समय से पहले न किसी को मिला है और न मिलेगा। एक सेठ थे जिनके पास बहुत धन दौलत थी और सेठ ने उस धन…
Kahani: एक व्यक्ति था जो सदैव अपने संगठन (ग्रुप) में सक्रिय रहता था। उसको सभी जानते थे, बड़ा मान सम्मान मिलता था। अचानक किसी कारण वश वह निष्क्रिय रहने लगा,…
Kahani: एक बार की बात है शेर को भूख लगी तो उसने लोमड़ी से कहा- मेरे लिए कोई शिकार ढूंढकर लाओ वरना मैं तुम्हें ही खा जाऊँगा। लोमड़ी एक गधे…
Kahani: एक डलिया में संतरे बेचती बूढ़ी औरत से एक युवा अक्सर संतरे खरीदता। वह खरीदे संतरों से एक संतरा निकाल उसकी एक फाँक चखता और कहता- ये कम मीठा…
Prerak Prasang: एक बार भगवान श्रीकृष्ण और अर्जुन भ्रमण के लिए कहीं निकले थे। उन्होंने मार्ग में एक निर्धन ब्राह्मण को भिक्षा मांगते देखा तो अर्जुन को उस पर दया…
Kahani: एक बड़ा सुन्दर शहर था, उसका राजा बड़ा उदार और धर्मात्मा था। प्रजा को प्राणों के समान प्यार करता और उनकी भलाई के लिए बड़ी-बड़ी सुन्दर राज व्यवस्थाएं करता।…
Prerak Prasang: दक्षिण भारत में एक महान सन्त हुए तिरुवल्लुवर। वे अपने प्रवचनों से लोगों की समस्याओं का समाधान करते थे। इसलिए उन्हें सुनने के लिए दूर-दूर से लोग उनके…
Kahani: पिताजी एक माह से बीमार थे। उनके व माँ के कई बार फोन आ चुके थे, किन्तु मैं गाँव नहीं जा पाया। सच कहूँ तो मैं छुट्टियाँ बचने के…
Kahani: एक सेवक ने अपने गुरु से विनती की कि मैं सत्संग भी सुनता हूँ, सेवा भी करता हूँ, किन्तु फिर भी मुझे कोई फल नहीं मिला। गुरु ने प्यार…
Kahani: राजा हर्षवर्धन युद्ध में हार गए। हथकड़ियों में जीते हुए पड़ोसी राजा के सम्मुख पेश किए गए। पड़ोसी देश का राजा अपनी जीत से प्रसन्न था और उसने हर्षवर्धन…