Kahani: माँ के प्रेम की पराकाष्ठा

Kahani: गाँव के सरकारी स्कूल में संस्कृत की क्लास चल रही थी। गुरूजी दिवाली की छुट्टियों का कार्य बता रहे थे। तभी शायद किसी शरारती विद्यार्थी के पटाखे से स्कूल…

Kahani: विश्वास

Kahani: एक डाकू था जो साधु के भेष में रहता था। वह लूट का धन गरीबों में बाँटता था। एक दिन कुछ व्यापारियों का जुलूस उस डाकू के ठिकाने से…

Kahani: न्यायप्रिय राजा

Kahani: एक राजा था। वह बहुत न्याय प्रिय तथा प्रजा वत्सल एवं धार्मिक स्वभाव का था। वह नित्य अपने ठाकुर जी की बड़ी श्रद्धा से पूजा-पाठ और याद करता था।…

Kahani: तीन विकल्प

Kahani: बहुत समय पहले की बात है, किसी गाँव में एक किसान रहता था, उस किसान की एक बहुत ही सुन्दर बेटी थी, दुर्भाग्यवश, गाँव के जमींदार से उसने बहुत…

Kahani: हनुमानजी और कुम्भकर्ण युद्ध

Kahani: लंका में युद्ध अपने अंतिम पड़ाव पर था। श्रीराम की सेना आगे बढ़ती ही जा रही थी और रावण के अनेकानेक महारथी रण में वीरगति को प्राप्त हो चुके…

Kahani: क्या हम पूर्ण सुखी हैं?

Kahani: पुराने समय में एक राजा था। राजा के पास सभी सुख-सुविधाएं और असंख्य सेवक-सेविकाएं हर समय उनकी सेवा उपलब्ध रहते थे। उन्हें किसी चीज की कमी नहीं थी। फिर…

Kahani: अहंकार की कथा

Kahani: श्रीकृष्ण भगवान द्वारिका में रानी सत्यभामा के साथ सिंहासन पर विराजमान थे, निकट ही गरुड़ और सुदर्शन चक्र भी बैठे हुए थे। तीनों के चेहरे पर दिव्य तेज झलक…

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