Kahani: भाग्य और समय
Kahani: भाग्य से ज्यादा और समय से पहले न किसी को मिला है और न मिलेगा। एक सेठ थे जिनके पास बहुत धन दौलत थी और सेठ ने उस धन…
Kahani: भाग्य से ज्यादा और समय से पहले न किसी को मिला है और न मिलेगा। एक सेठ थे जिनके पास बहुत धन दौलत थी और सेठ ने उस धन…
kahani: एक बार एक गांव में बहुत से महात्मा आकर रूद्राभिषेक कर रहे थे और वट वृक्षों के पत्तों पर चंदन से श्रीराम का नाम लिखकर शिवजी को चढ़ा रहे…
Kahani: एक व्यक्ति था जो सदैव अपने संगठन (ग्रुप) में सक्रिय रहता था। उसको सभी जानते थे, बड़ा मान सम्मान मिलता था। अचानक किसी कारण वश वह निष्क्रिय रहने लगा,…
Gyan Ki Baat: एक बूढ़ा व्यक्ति प्रातः काल से ही घास काटने में लग गया। दिन ढलने तक वह इतनी घास काट चुका था कि कटी घास को घोड़े पर…
Kahani: एक बार की बात है शेर को भूख लगी तो उसने लोमड़ी से कहा- मेरे लिए कोई शिकार ढूंढकर लाओ वरना मैं तुम्हें ही खा जाऊँगा। लोमड़ी एक गधे…
Kahani: एक डलिया में संतरे बेचती बूढ़ी औरत से एक युवा अक्सर संतरे खरीदता। वह खरीदे संतरों से एक संतरा निकाल उसकी एक फाँक चखता और कहता- ये कम मीठा…
Pauranik Katha: समुद्र मंथन के दौरान लक्ष्मीजी से पहले उनकी बड़ी बहन ज्येष्ठा जिनका नाम दरिद्रा भी है, वह प्रकट हुई थीं। ज्येष्ठा विष्णु भगवान से विवाह करना चाहती थीं…
Kahani: किसी नगर में एक वैद्य रहते थे। उनका व्यवहार बेहद कुशल और विनम्र था, इसीलिए वे उस पूरे इलाके में बहुत इज्जत भी पाता था। वे अपने चिकित्सा आश्रम…
Pauranik Katha: भगवान को अगर किसी युग में आसानी से प्राप्त किया जा सकता है तो वह युग है कलियुग। इस कथन को सत्य करता एक दोहा रामचरितमानस में तुलसीदास…
Prerak Prasang: एक बार भगवान श्रीकृष्ण और अर्जुन भ्रमण के लिए कहीं निकले थे। उन्होंने मार्ग में एक निर्धन ब्राह्मण को भिक्षा मांगते देखा तो अर्जुन को उस पर दया…