मुंबई। कोविड-19 संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच निवेशकों की जबर्दस्त बिकवाली से सोमवार को सेंसेक्स 1,708 अंक का गोता लगा गया। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स कारोबार की समाप्ति पर 1,707.94 अंक या 3.44 प्रतिशत के नुकसान से 47,883.38 अंक पर आ गया। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 524.05 अंक या 3.53 प्रतिशत के नुकसान से 14,310.80 अंक पर बंद हुआ। जोरदार गिरावट के बीच निवेशकों की 8.77 लाख करोड़ रुपये की पूंजी डूब गई। । बीएसई की सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण घटकर 200.85 लाख करोड़ रुपये रह गया। सेंसेक्स की कंपनियों में इंडसइंड बैंक का शेयर सबसे अधिक आठ प्रतिशत टूट गया। बजाज फाइनेंस, एसबीआई, ओएनजीसी, टाइटन, महिंद्रा एंड महिंद्रा, बजाज फिनसर्व, आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस के शेयर भी टूट गए। सिर्फ डा. रेड्डीज का शेयर करीब चार प्रतिशत के लाभ में रहा।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ”लॉकडाउन के क्रियान्वयन और कोविड के नए मामले रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने से बाजार एक माह के निचले स्तर पर आ गया। इससे चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में आर्थिक वृद्धि उम्मीद से कहीं अधिक प्रभावित होने की आशंका है। नायर ने कहा, ”इसका प्रभाव समझा जाता है कि बैंकिंग और विवेकाधीन क्षेत्रों पर कहीं अधिक पड़ सकता है। कारोबार का यह रुख अभी कुछ सप्ताह जारी रहेगा। कोविड के मामले घटने शुरू होने पर ही बाजार की स्थिति सुधरेगी।
बीएसई मिडकैप व स्मॉलकैप में आई गिरावट
बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप में 5.32 फीसद तक की गिरावट आई। वैश्विक बाजार भी अपने रिकॉर्ड उच्चस्तर से नीचे आ गए। अन्य एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई कम्पोजिट, हांगकांग का हैंगसेंग और जापान के निक्की में गिरावट आई। वहीं दक्षिण कोरिया के कॉस्पी में लाभ रहा। शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजार बढ़त में थे। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट कच्चा तेल 0.57 फीसद की बढ़त के साथ 63.31 रुपये प्रति डॉलर पर कारोबार कर रहा था। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपये में लगातार छठे कारोबारी सत्र में गिरावट आई और यह 32 पैसे और टूटकर 75.05 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
शेयर बाजार में गिरावट की ३ वजह
- देश में लगातार कोरोना के नए केस बढ़ रहे हैं। पिछले 24 घंटे में एक लाख 69 हजार 914 मामले सामने आए। यह देश में एक दिन में मिलने वाले संक्रमितों का सबसे बड़ा आंकड़ा है।
- एशियाई शेयर बाजारों में गिरावट है। इनमें चीन का शंघाई कंपोजिट, हॉन्गकॉन्ग का हेंगसेंग शामिल हैं। इसी तरह जापान का निक्केई इंडेक्स भी गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है।
- चौथी तिमाही के नतीजों से पहले निवेशक नर्वस हैं। लगातार दो तिमाहियों में अच्छे रिजल्ट के बाद चौथी तिमाही के दौरान कोरोना का असर देखने को मिल सकता है इसीलिए निवेशक निवेश से पहले सतर्क हैं।
बकिंग शेयरों में 13% तक की गिरावट
आज की भारी गिरावट में बैंकिंग सेक्टर के शेयर सबसे आगे हैं। निफ्टी बैंक इंडेक्स 1,733 पॉइंट यानी 5.3% नीचे 30,714 पर आ गया है। आरबीएल बैंक का शेयर 13% नीचे कारोबार कर रहा है। सरकारी बैंकों के शेयरों में 10% की गिरावट आई तो प्राइवेट बैंक के शेयर भी 6% तक टूटे हैं। बैंकिंग शेयरों में गिरावट की मुख्य वजह लॉकडाउन है, क्योंकि इससे बैंकिंग कारोबार पर असर पड़ रहा है।