Kushinagar News: कुशीनगर के निबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम चितहां स्थित प्रसिद्ध चौरा बाबा मंदिर परिसर में इस वर्ष भव्य हनुमंत महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। यह महायज्ञ 12 से 20 फरवरी, 2026 तक सतत नौ दिनों तक चलेगा। यज्ञ की तैयारी गाँव में बड़े उत्साह, श्रद्धा और सामूहिक सहयोग के साथ प्रारंभ हो चुकी है।

मंदिर परिसर में इस समय विशाल मंडप, आकर्षक तोरण द्वार, प्रकाश व्यवस्था तथा आगंतुकों की सुविधाओं के लिए व्यापक प्रबंध किए जा रहे हैं। ग्रामवासियों के अनुसार इस वर्ष महायज्ञ में श्रद्धालुओं की संख्या पिछले वर्षों की तुलना में अधिक रहने की संभावना है। इसी को ध्यान में रखते हुए मंदिर के आसपास के किसानों ने अपना खेत–खलिहान स्वेच्छा से खाली कर यज्ञ स्थल विस्तार हेतु उपलब्ध करा दिया है, जिससे आयोजन स्थल का स्वरूप और भी भव्य हो गया है।

इस महायज्ञ का विशेष आकर्षण अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कथा वाचिका गौरी गौरंगी जी का आगमन है। उनके द्वारा प्रस्तुत दिव्य कथा का श्रवण करने का सौभाग्य गांव तथा पूरे क्षेत्र के लोगों को प्राप्त होगा। कार्यक्रम समिति के सदस्यों के अनुसार गौरी गौरंगी जी की कथा में आध्यात्मिक ऊँचाई, भक्ति का अद्भुत रस और गहन प्रेरणा का स्रोत होता है, जिसके चलते दूर-दूर से भक्तों के आने की संभावना है।

Chaura Baba Temple

महायज्ञ को सफल बनाने हेतु पूरे क्षेत्र में एकता और सहयोग का अनूठा वातावरण देखने को मिल रहा है। आयोजन की मुख्य जिम्मेदारी ग्राम के प्रबुद्ध एवं सक्रिय नागरिकों शंभू शरण मिश्र, दुर्गेश मिश्र, जगन्नाथ मिश्र, विपिन मिश्र सहित अनेक सम्मानित ग्रामीणों के नेतृत्व में पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ निभाई जा रही है। युवा वर्ग भी ऊर्जा और उत्साह के साथ मंच, सुरक्षा, पार्किंग, श्रद्धालुओं के स्वागत और भोजन प्रसाद की व्यवस्थाओं में सक्रिय भूमिका निभा रहा है।

इसे भी पढ़ें: हादसों के सुनहरे दाग वाला एक साल, जब दर्द ने दस्तक दी हर दरवाजे पर

ग्रामीणों ने बताया कि यह महायज्ञ सिर्फ एक धार्मिक अनुष्ठान ही नहीं, बल्कि ग्राम चितहां की सामाजिक एकता, परंपरा और आस्था का महापर्व है। सभी वर्गों के लोग मिलकर बिना किसी भेदभाव के निरंतर सहयोग दे रहे हैं। ग्रामीणों का मानना है कि इस आयोजन से न केवल आध्यात्मिक वातावरण बनेगा, बल्कि गाँव की पहचान और भी प्रखर होगी। यज्ञ समिति ने सभी क्षेत्रवासियों, श्रद्धालुओं और भक्तों से आग्रह किया है कि वे अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर इस दिव्य महायज्ञ का लाभ प्राप्त करें और ग्राम की इस महान परंपरा को सफल बनाने में सहयोग दें।

अरविंद शर्मा की रिपोर्ट

इसे भी पढ़ें: कर्नाटक का रहस्यमयी मंदिर, यहां नमक चढ़ाने से दूर होती है बुरी नजर

Spread the news