पटना: यूपी विधानसभा चुनाव 2022 जैसे जैसे करीब आ रहा है, यहां लड़ाई दिलचस्प होती जा रही है। कल तक अपनी बदौलत सरकार बनाने का दावा करने वाली पार्टियां अब भाजपा को हराने के लिए एक साथ आने की रणनीति में लगी हुई हैं। वहीं यूपी विधानसभा चुनाव में बिहार की एक और पार्टी ने उतरने का एलान कर दिया है। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेकुलर) भी अब यूपी विधानसभा चुनाव में अपने उम्मीदवार उतारेगी।
इस सिलसिले में जीतन राम मांझी के बेटे और पार्टी महासचिव संतोष कुमार सुमन ने पार्टी के एजेंडे को लेकर लखनऊ में एक बैठक भी की। बिहार सरकार में मंत्री संतोष कुमार ने कहा कि हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) बिहार में गरीबों के हक के लिए काम कर रही है। यही माडल उत्तर प्रदेश में भी लाकर दलित, अल्पसंख्यक, पिछड़ा, अति पिछड़ा और सवर्ण गरीबों की समस्याओं का समाधान किया जाएगा और उन्हें मुख्यधारा में जोड़ने का प्रयास होगा। हालांकि उन्होंने उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को लेकर योगी सरकार की जमकर तारीफ भी की। उन्होंने कहा यूपी की कानून व्यवस्था काफी अच्छी है।
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संतोष कुमार ने यूपी विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार उतारने की जानकारी तो दे दी, लेकिन कितने सीटों पर चुनाव लड़ेंगे, किसके साथ गठबंधन कर सकते हैं या फिर अकेले दम पर चुनाव लड़ेंगे, इस पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि यूपी में राजनीतिक संभावनाएं तलाश रही है और इसी के तहत संगठन का विस्तार कर पार्टी का दायरा बढ़ाने का काम चल रहा हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी के साथ जिस तरह ऊर्जावान साथी जुड़ रहे हैं। उसको देखते हुए संभावनाएं भी बढ़ रही हैं।
वहीं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी में दोबारा भाजपा की सरकार बनने से रोकने के लिए सभी दलों को एक साथ आने का इशारा किया है। वह अपने चाचा शिवपाल यादव से भी हाथ मिलाने को तैयार हैं। हालांकि शिवपाल यादव ने पहले ही साथ मिलकर चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर कर चुके हैं।
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