फिरोजाबाद: फिरोजाबाद जनपद की एक अदालत ने धोखाधड़ी के एक मामले में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के समधी के भाई समेत 12 लोगों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है। कोर्ट ने यह वारंट धोखाधड़ी के मामले में अदालत ने स्थगन आदेश की अवधि समाप्त होने के बावजूद हाजिर नहीं होने के कारण जारी किया है। वादी के अधिवक्ता प्रवीण कुमार यादव के मुताबिक वर्ष 2018 में लाइनपार क्षेत्र के निवासी वीरेंद्र कुमार ने रिश्ते में मुलायम सिंह यादव के समधी एवं सपा छोड़कर हाल ही में भाजपा में शामिल हुए हरिओम यादव के भाई रामप्रकाश यादव उर्फ नेहरू समेत 15 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने अपनी जांच में तीन लोगों के नाम मुकदमे से निकाल दिए थे, जबकि बाकी 12 लोगों के खिलाफ पुलिस ने अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम अंबरीश कुमार त्रिपाठी की अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया था। बाद में इस मामले में रामप्रकाश यादव एवं अन्य लोगों की तरफ से उच्च न्यायालय से स्थगन आदेश प्राप्त कर लिया गया था।
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प्रवीण कुमार यादव ने बताया कि स्थगन आदेश की अवधि खत्म होने के बाद अदालत की तरफ से सभी को नोटिस जारी कर पेश होने का आदेश दिया गया था। लेकिन आरोपियों की तरफ से न तो नोटिस का कोई जवाब दिया और न ही अदालत से पेश ही हुए। इसी के चलते से अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत ने बुधवार को रामप्रकाश यादव समेत 12 लोगों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी करते हुए पुलिस को आदेश दिया है कि वह सभी को पकड़कर 25 अप्रैल तक अदालत में पेश करे।
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