एटा: यूपी की शिक्षा व्यवस्था सुधारने का लगातार प्रयास जारी है, बावजूद इसके कुछ शिक्षक ऐसे हैं जो सुधरने का तैयार नहीं दिख रहे। पढ़ाई से ज्यादा राजनीति करने वाले शिक्षक न सिर्फ बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं, बल्कि शिक्षा पेशे को भी कलंकित कर रहे हैं। ऐसा ही ताजा मामला उत्तर प्रदेश के एटा जनपद से सामने आया है। यहां एक शिक्षक लगातार गैरहाजिर रहते हुए अबसेंट लगाए जाने से इतना खफा हो गया कि वह पिस्टल लेकर न सिर्फ स्कूल में घुस गया बल्कि फायरिंग कर दहशत पैदा कर दिया। उसने स्कूल के अन्य शिक्षकों को धमकाया, हालांकि शिकायत मिलने पर बीएसए ने शिक्षक दिगेंद्र प्रताप को सस्पेंड कर दिया है। बताया जा रहा है कि उसकी बर्खास्तगी रिपोर्ट भेजी जाएगी।

जानकारी के मुताबिक एटा जनपद के ब्लॉक सकीट क्षेत्र के जलालपुर साथल में दिगेंद्र प्रताप की सहायक अध्यापक के पद पर तैनाती है। वह कई दिनों से बिना सूचना के विद्यालय नहीं जा रहे थे। मंगलवार को सुबह वह करीब 8.30 बजे वह विद्यालय पहुंचे। रजिस्टर में अपने नाम के सामने अबसेंट लगा देख वह भड़क गए। दरअसल बिना सूचना के स्कूल से गायब रहने पर प्रधानाध्यापक अरविंद कुमार ने उनकी अनुपस्थिति लगा दी थी। दिगेंद्र प्रताप प्रधानाध्यापक पर इतना भड़क गए कि उनकी गिरेबां पकड़कर गाली गलौज करनी शुरू कर दी। स्कूल में मौजूद अन्य शिक्षकों ने बीच बचाव करने की कोशिश की। इस पर वह और लोगों को भी गालियां देनी शुरू कर दी।

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शिक्षकों ने जब इसका विरोध किया तो उसने लाइसेंसी पिस्टल निकाल कर फायर झोंक दिया। इससे स्कूल में अफरा तफरी मच गई। स्कूल में मौजूद बच्चे जान बचाने के लिए उधर उधर छिपने लगे। हालांकि स्कूल में जब तक स्थानीय लोगों की भीड़ पहुंची, उससे पहले दिगेंद्र प्रताप अपनी गाड़ी निकाल कर भाग निकले। प्रधानाचार्य ने इसकी जानकारी बीएसए संजय सिंह को दी। बीएसए ने मामले की जांच खंड शिक्षाधिकारी नीरजा चतुर्वेदी से कराई। खंड शिक्षाधिकारी की रिपोर्ट पर बीएसए ने सहायक अध्यापक दिगेंद्र प्रताप को सस्पेंड कर दिया है।

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