बाराबंकी। जेल में बंद बाहुबली माफिया मुख्तार अंसारी के एंबुलेंस के मामले में आखिरकार बाराबंकी पुलिस ने मऊ जनपद की चिकित्सक व भाजपा नेत्री डॉक्टर अलका राय व शेषनाथ राय को गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें न्यायालय में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। इस हाईप्रोफाइल मामले में अभी तक डॉक्टर अलका राय खुद को बेगुनाह बताते हुए इसे केवल साजिश करार दे रही थी। एसपी यमुना प्रसाद ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि बाकी लोगों की भी तलाश चल रही है और पुलिस तेजी से जांच कर रही है। 20 दिन पहले पंजाब की एक अदालत में मुख्तार अंसारी जिस एंबुलेंस में गया था उस पर बाराबंकी का नंबर अंकित था। कई नाटकीय घटनाक्रम के बाद आखिरकार आरटीओ बाराबंकी पंकज कुमार सिंह ने मऊ की डॉ अलका राय के खिलाफ धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा लिखा दिया था। क्योंकि यह नंबर फर्जी कागजों पर पंजीकृत थी और डॉक्टर अलका राय के नाम से थी। जिसके बाद बाराबंकी पुलिस तेजी से जांच कर रही थी एंबुलेंस भी पंजाब में बरामद हो गई।
खुद को बताया बेगुनाह
डॉ अलका राय ने खुद को बेगुनाह बताते हुए इसे मुख्तार अंसारी की साजिश बताया था जिसके बाद पुलिस ने इसी मुकदमे में मुख्तार अंसारी समेत चार लोगों के नाम बढ़ाये थे और एक गिरफ्तारी कर ली थी। अलका राय ने खुद को भाजपा नेता भी बताया था लेकिन उन्हें यह कवायद जेल जाने से नहीं बचा सकी। जबकि पुलिस ने डॉ अलका राय से पूछताछ के आधार पर ही शेषनाथ राय मुख्तार अंसारी मुजाहिद व राजनाथ यादव ने दबाव बनाकर प्रपत्रों पर हस्ताक्षर कराने फर सभी को साजिशकर्ता साबित करते हुए धारा 120 बी 506 177 के साथ 7 सीएलए एक्ट लगाया था। इस मामले में साजिशकर्ता राजनाथ यादव पुत्र मुनेश्वर यादव निवासी अहरौली थाना सरांय लखन को गिरफ्तार किया था। अब पुलिस ने डॉ अलका राय व शेषनाथ राय को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।