Lucknow News: लोकसभा चुनाव को देखते हुए सपा (Samajwadi Party) की तरफ से जाति धर्म में लोगों को बांटने की रणनीति के तहत शुरू की गई शूद्र राजनीति का असर जनता में दिखने लगा है। सपा (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य जहां लगातार रामचरितमानस की चौपाइयों पर सवाल उठाते हुए एक वर्ग विशेष को टारगेट करने में जुटे हुए हैं। वहीं पार्टी के कुछ नेता भी रामचरितमानस के सपोर्ट में स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान का विरोध कर रहे हैं। हालांकि समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) को नेताओं का यह विरोध नागवार नजर आ रहा है। स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थकों से महंत राजूदास के साथ हुई झड़प का सपोर्ट करना समाजवादी पार्टी की प्रवक्ता डॉ. रोली तिवारी मिश्रा (Roli Mishra) को भारी पड़ गया है। समाजवादी पार्टी ने डॉ. रोली तिवारी मिश्रा (Roli Mishra) के साथ ऋचा सिंह (Richa Singh) को पार्टी से निष्कासित कर दिया है।
श्रीमती रोली तिवारी मिश्रा और सुश्री ऋचा सिंह को समाजवादी पार्टी से निष्कासित किया जाता है।
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) February 16, 2023
डॉ. रोली तिवारी मिश्रा (Roli Mishra) और ऋचा सिंह (Richa Singh) पर कार्रवाई कर समावादी पार्टी (Samajwadi Party) ने अपनी नियत साफ कर दिया है। हालांकि शुरू से कहा जा रहा था कि सपा की तरफ से लोकसभा चुनाव 2024 को ध्यान में रखते हुए शूद्र बनाम हिंदुत्व की राजनीति शुरू की गई है। लेकिन लगातार हिंदुत्व पर हो रहे आघात से समाजवादी पार्टी के अधिकतर नेता इसके खिलाफ भी हैं और वह धीरे-धीरे पार्टी के खिलाफ मुखर भी हो रहे हैं। पार्टी की नीतियों को आगे बढ़ाने की वजह से बीते दिनों स्वामी प्रसाद मौर्य का इनाम भी मिला है। समाजवादी पार्टी ने स्वामी प्रसाद मौर्य का प्रमोशन करते हुए उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय महासिचव बनाया है।
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राजनीतिक जानकारों की मानें तो सपा ने डॉ. रोली तिवारी मिश्रा (Roli Mishra) और ऋचा सिंह को पार्टी से बाहर निकालकर उन लोगों को कड़ा संदेश देने की कोशिश की है, जो रामचरितमानस के सपोर्ट में स्वामी प्रयास मौर्य का विरोध कर रहे हैं। इसका पार्टी के नेताओं पर कितना असर होगा वह आने वाला समय बताएगा। लेकिन सपा की इस कार्रवाई से साफ हो गया है कि पार्टी आने वाले समय में शूद्र राजनीति को और धार देगी। फिलहाल लोकसभा चुनाव में सपा को इसका कितना फायदा मिलेगा यह देखना दिलचस्प होगा। हिंदुत्व मुखर होगा या फिर शूद्र राजनीति रंग लाएगा, यह आने वाला समय बताएगा।
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