प्रकाश सिंह
लखनऊ: लखीमपुर हिंसा में प्रशासन की सूझबूझ और पुलिस की मुश्तैदी के चलते विपक्ष के मंसूबे पर भले ही पानी फिर गया हो, लेकिन कुछ नेता अभी भी इस मुद्दे को भुनाने में लगे हुए हैं। प्रशासन ने किसान नेता राकेश टिकैत की मौजूदगी में मृतक किसानों के परिजनों को 45-45 लाख रुपए, सरकारी नौकरी व मामले की हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज की निगरानी में जांच कराने के वादे के इसका पटाक्षेप करा दिया है। किसानों की सहमति के बाद मृतकों का अंतिम संस्कार भी करा दिया। वहीं विपक्षी पार्टी के नेताओं का पूरा दिन लखीमपुर खीरी पहुंचने की छटपटाहट देखी गई, लेकिन पुलिस प्रशासन की सतर्कता के चलते किसी भी तरह की चूक नहीं होने दी।
क्या इसके बाद भी कोई प्रमाण चाहिये?
देखिये सत्ता के अहंकार में चूर गुंडे ने किसानो को अपनी गाड़ी के नीचे कैसे रौंदकर मार दिया कुछ चैनल ज्ञान दे रहे थे मंत्री का बेटा जान बचाने के लिए भागा।#किसान_हत्यारी_भाजपा pic.twitter.com/D9Mb4Iu7qm— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) October 4, 2021
वहीं अब घटना से जुड़ा एक और वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा रहा है कि दो गाड़ियां प्रदर्शनकारियों को कुचलते हुए आगे बढ़ती दिखाई दे रही हैं। हालांकि इस वीडियो की सत्यता की पुष्टि न्यूजचुस्की डॉट कॉम नहीं कर रहा, लेकिन इस वीडियो को आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने ट्वीट कर लिखा है कि क्या इसके बाद भी कोई प्रमाण चाहिये?
देखिये सत्ता के अहंकार में चूर गुंडे ने किसानों को अपनी गाड़ी के नीचे कैसे रौंदकर मार दिया कुछ चैनल ज्ञान दे रहे थे मंत्री का बेटा जान बचाने के लिए भागा।
#किसान_हत्यारी_भाजपा
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गौरतलब है कि इस घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो चुके हैं। कुछ में किसानों को उपद्रवियों के रूप में देखा जा रहा है तो वहीं अब वायरल रहे वीडियो में गाड़ी से प्रदर्शनकारियों को कुचलता हुआ देखा जा रहा है। मामले में असली सच्चाई क्या है यह तो जांच के बाद सामने आएगी। फिलहाल केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी इस साजिश करार देते हुए निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं और साथ में यह भी दावा कर रहे हैं कि गाड़ी में उस समय उनका लड़का नहीं था। अगर उनका लड़का गाड़ी में होता तो उपद्रवी अन्य लोगों की तरह उन्हें भी मार दिए होते।
.@narendramodi जी आपकी सरकार ने बग़ैर किसी ऑर्डर और FIR के मुझे पिछले 28 घंटे से हिरासत में रखा है।
अन्नदाता को कुचल देने वाला ये व्यक्ति अब तक गिरफ़्तार नहीं हुआ। क्यों? pic.twitter.com/0IF3iv0Ypi
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 5, 2021
बता दें कि इस घटना में एक पत्रकार, चार प्रदर्शनकारी और चार भाजपा के लोगों की मौत हुई है। इस घटना के बाद पूरे मामले ने सियासी रूप ले लिया। राजनीतिक पार्टियों में लखीमपुर खीरी पहुंचने की होड़ लग गई। लेकिन पुलिस प्रशासन ने किसी भी नेता को लखीमपुर तक पहुंचने नहीं दिया। इसी का नतीजा रहा कि प्रशासन ने जहां आसानी से मामले को सुलझा लिया वहीं लखीमपुर को छोड़कर अन्य शहरों में राजनीतिक हुड़दंग जारी रहा।
https://twitter.com/AbtakCo/status/1445241698171310084?s=08
हालांकि विपक्ष अभी भी इस मुद्दे को हवा देने की पूरी कोशिश कर रहा है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और संजय सिंह ने नए वीडियो को शेयर कर भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला है। साथ ही केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के इस्तीफे की मांग भी जोर पकड़ रहा है।
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