कानपुर: एक तरफ जहां पूरा प्रदेश कानपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के पैतृक गांव का कार्यक्रम देखने में मशगूल था, तो वहीं दूसरी तरफ जुमे की नमाज अदा करके निकले उपद्रवियों (Violence after Friday prayers) ने यतीमखाना चौराहे पर जमकर तांडव मचाया। इस दौरान पुलिसकर्मियों सहित कई लोग घायल हो गए हैं। वहीं कई दुकानों में जमकर तोड़फोड़ की गई है। कुछ दुकानों में लूटपाट भी हुई है। उपद्रवियों ने ऐसी हरकत उस उक्त की जब कानपुर में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राज्यपाल अनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सहित अन्य नेता, मंत्री व अधिकारी मौजूद थे। वहीं इस दौरान हुई हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने सख्त तेवर अख्तियार किया है। उन्होंने अधिकारियों को आरोपियों पर सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया है। पुलिस वहीं आरोपियों पर गैंगस्टर लगाने और बुलडोजर भी चलाने की तैयारी कर रही है। इसी के साथ ही उपद्रवियों की संपत्ति भी जब्त की जाएगी।
देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री कानपुर में हैं और विपक्ष का शांतिदूत समुदाय भाई चारे का नायाब प्रदर्शन कर रहा है। pic.twitter.com/lgddkUqagY
— raghvendra mishra (@raghvendrapress) June 3, 2022
जानकारी के मुताबिक इस उपद्रव में अब तक 18 लोगों को हिरासत में लेने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे भी गिरफ्तारी जारी है। सूत्रों की मानें तो वीडियो के आधार पर अन्य की तलाश जारी है। इसके अलाव तनाव ग्रस्त क्षेत्र में अतिरिक्त फोर्स भेजी गई है। 12 कंपनी और एक प्लाटून पीएसी की तैनाती की गई है।
बता दें कि कानपुर के चकेरी एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विदा करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहीं पर मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र और डीजीपी डीएस चौहान से बवाल के बारे में पूरी जानकारी हासिल की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सख्त हिदायत दी कि बवालियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए, एक भी दोषी बचने न पाए। इसके अलावा उन्होंने अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी को फोन करके निर्देश दिया कि पल-पल की जानकारी लेते रहें और बवालियों से सख्ती से निपटें।
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इधर सीएम योगी ने डीजीपी से बात करते हुए कहा कि बवालियों की पहचान होने के बाद उनके खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई तो करें ही, इसके अलावा जितनी सख्त धाराएं लग सकती हैं वो भी लगाई जाएं। उन्होंने कहा कि बवालियों की संपत्ति जब्त कर रासुका के तहत भी कार्रवाई करें, जिससे भविष्य में कोई बवाल व उत्पात मचाने की हिम्मत न करे।
इस मामले में एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने कहा है कि कानपुर में कुछ लोगों ने दुकानों को बंद करने का प्रयास किया। दुकानदारों ने जब इसका विरोध किया तो झड़प शुरू हो गई। दोनों तरफ से पत्थरबाजी की गई। इस दौरान पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया तो उपद्रवियों ने उन पर भी पथराव शुरू कर दिया। वहीं सूचना होते ही वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए और आवश्यक बल प्रयोग करते हुए स्थिति को नियंत्रित किया।
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