Kanpur News: सरकारी महकमे की लापरवाही जगजाहिर है, यहां तैनात सफाईकर्मी से लेकर अधिकारी तक सब अपने हिसाब से सिस्टम चलाना चाहते हैं और चला भी रहे हैं। फरियादी और अधिकारी के बीच चपरासी व सपाई कर्मी सबसे मजबूत कड़ी मानें जाते हैं। क्योंकि दलाली व रिश्वतखोरी का खेल इन्हीं के जरिए शुरू होता है। शायद यही कारण है कि सरकारी विभागों में अधिकारी किससे मिलेंगे यहा उनका चपरासी व बाबू तय करता है। फिलहाल सरकारी महकमे में लापरवाही का ताजा मामला कानपुर के विकास भवन से सामने आया है। यहां कर्मचारी की कारगुजारी के चलते बड़ी संख्या में सरकारी फाइलें कबाड़ में चली गई वह भी सिर्फ इसलिए की कर्मचारी को शराब पीने के पैसे की जरूरत थी। मामले का खुलासा होने के बाद सीडीओ ने कार्रवाई करते हुए आरोपी सफाई कर्मी मोहन के खिलाफ केस दर्ज कराते हुए हटा दिया है।

मजे की बात यह है कि मामले का खुलासा तब हुआ, जब विभाग के एक कर्मचारी ने मोहन नाम के सफाईकर्मी को कई फाइलों को एक बोरे में भरते हुए देखा और शक होने पर उसे मौके पर पकड़ लिया। बोरे में भरे सरकारी फाइलों को देखने के बाद जब कर्मचारी से इस बारे में पूछा गया तो पता चला कि वह शराब पीने के लिए पैसों का प्रबंध करने के लिए उन सरकारी फाइलों को कबाड़ में बेचने जा रहा था और ऐसा वह पहले भी कर चुका है।

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पुरानी फाइलों को बनाया कबाड़

सफाई कर्मचारी की पुरानी फाइलों को कबाड़ में बेचने की बात सामने आते ही समाज कल्याण विभाग में हड़कंप मच गया। पता करने पर मालूम चला कि समाज कल्याण विभाग के कंप्यूटर कक्ष में लंबे समय से वृद्धा पेंशन के आवेदन पत्रों की फाइलों के बंडल भी नहीं मिल रहे हैं। इसके बाद विभाग के अधिकारी सफाई कर्मी को कबाड़ की दुकान पर लेकर गए जहां पर वह पुरानी फाइलों को बेचता था। यहां पर कई फाइलें और उनके बंडल मिले, जिन्हें वापस समाज कल्याण विभाग में लाया गया। वहीं राज खुलता देख सफाई कर्मी मोहन मौके से भाग निकला।

सीडीओ ने सफाई कर्मी के खिलाफ दर्ज मुकदमा

सीडीओ सुधीर कुमार ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपी सफाई कर्मी मोहन के खिलाफ केस दर्ज कराते हुए उसे कार्य से हटा दिया है। इसके अलाव संबंधित विभागों से लापरवाही के बारे में स्पष्टीकरण भी मांगा गया है। वहीं सफाई कर्मी के इस कारनामे के खुलासे के बाद कर्मचारियों और अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। सभी सरकारी सरकारी विभागों में पुरानी फाइलों की जांच पड़ताल शुरू हो गई है।

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