Book Release: नई दिल्ली के इन्डिया इंटरनेशनल सेंटर में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की जयंती पर जी-20 के संलग्न कार्यक्रम “स्वच्छ एवं सुरक्षित जल” के विषय पर एक परिसंवाद का आयोजन नरेंद्र मोदी अध्ययन केंद्र और युवा भारती ट्रस्ट के द्वारा किया गया था, जिसमें दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कई लोगों ने हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम में देश के सामाजिक उद्यमी एवं तत्व चिंतक डॉ संजय शेरपुरिया द्वारा संपादित पुस्तक “जल प्रबंधन”, “जल संचय में जन भागीदारी” का विमोचन हुआ।
अपने पुस्तक के विमोचन होने के बाद डॉ संजय शेरपुरिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने सौराष्ट्र एवं कच्छ के विस्तारों में जहां पर पीने का पानी भी उपलब्ध नहीं था, ऐसे विस्तारों में छोटे-छोटे चेक डेम का जन भागीदारी से निर्माण करके सारे गुजरात के पानी की समस्या का समाधान किया और तब से लेकर आज तक वो खुद भी इस कार्य में सहभागी रहे। इस समारोह पर उन्होंने जल के संयमित प्रबंधन पर प्रकाश डाला और कहा कि अगर हमारे देश में भी जल को राष्ट्रीय मुद्दा बनाकर वोटर ग्रीड का निर्माण किया जाए तो आने वाले सालो में देश में होने वाली जल की समस्या का निवारण किया जा सकता है और यह कार्य सिर्फ जन भागीदारी के माध्यम से ही हो सकता हैl
इस समारोह में हिन्दुस्थान समाचार के समूह सम्पादक पद्मश्री राम बहादुर राय ने कहा कि चंद्रशेखर की जन्म जयंती पर जल विषयक परिसंवाद इसलिए रखा गया है कि जब चंद्रशेखर ने भारत भ्रमण किया था। तब उनके पास मुख्य पांच मुद्दे थे और वो पांच मुद्दों में एक मुद्दा जल था। राय ने कहा कि उनके साथ निजी बात करते हुए एक बार चन्द्रशेखर ने कहा था कि, जब देश पर कोई राष्ट्रीय संकट आएगा तब सिर्फ आरएसएस ही देश को बचाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि यमुना सफाई के नाम पर हजारों करोड़ के खर्च पर दिल्ली वालों को सरकार से हिसाब माँगना चाहिए, क्योंकि यह काम कही पर भी दिख नहीं रहा।
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इस मौके पर उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि चंद्रशेखर एक ऐसे व्यक्तित्व थे, जिन्होंने सदैव राज कारण एवं पक्ष से हटकर लोगों के काम करने का लक्ष्य रखा था। मुख्य अतिथि के रूप में झारखंड के राज्यपाल राधाकृष्णन ने पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर की जन्म जयंती पर आयोजित जी-20 संलग्न इस जल परिसंवाद का अभिवादन किया। एसपीडब्ल्यूडी के निर्देशक गौतम दास ने पानी के ऊपर किसी व्यक्ति या राज्य का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि पानी के विषय पर आयोजित कार्यक्रम में इतने सारे लोगों ने भाग लिया वह हर्ष की बात है। आयोजक के तौर पर जसीम मोहम्मद ने कार्यक्रम की रूपरेखा दर्शाई एवं आभार दर्शन किया था।
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