गोरखपुर: गोरखनाथ मंदिर में धार हथियार लेकर घुसने के प्रयास में गिरफ्तार अहमद मुर्तजा ने यूपी में बड़ी साजिश का खुलासा किया है। चूंकि मामला मुख्यमंत्री के मठ से जुड़ा होने के नाते इसके हर पहलू पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है। खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस मामले की मानीटरिंग कर रहे हैं। सोमवार को ही वह गोरखपुर पहुंच कर मंदिर का जायजा लिया और गोरखपुर मेडिकल पहुंच कर हमले में घायल पीएसी के दोनों जवानों से मुलाकात कर उनका हौसला बढ़ाया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने घायल जवानों को पांच लाख रुपए का चेक भी दिया और सरकारी पैसे पर उनके इलाज के निर्देश दिए। उधर गिरफ्तार हमलावर अहमद मुर्तजा को कोर्ट में पेश किया गया था जहां से उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
श्री @GorakhnathMndr परिसर के गेट पर कल पुलिस कर्मियों के ऊपर हुए हमले में घायल पुलिस कर्मियों से गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में आज भेंट कर उनका कुशल-क्षेम जाना।
उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना है। pic.twitter.com/58u7bcPjA6
— Yogi Adityanath (मोदी का परिवार) (@myogiadityanath) April 4, 2022
सुरक्षा कर्मी पर हमला बोलने वाले आरोपी के आंतकी कनेक्शन होने का शक हो रहा है। मामले की जांच एटीएस को दी गई है। बताया जा रहा है कि पुलिस को उसके पास से गोरखनाथ मंदिर का नक्शा व कुछ सनसनीखेज दस्तावेज बरामद हुए हैं। उसके पास से मिले लैपटॉप से कुछ लोगों के बीच चैटिंग की बात सामने आ रही है।
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इसी चैटिंग के आधार पर पुलिस नेपाल-मुंबई कनेक्शन की जांच भी कर रही है। हमलावर के खिलाफ 307 और 7 सीएलए एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। हमलावर से पूछताछ में जो जानकारी मिली है, उसके आधार पर जांच के लिए अलग-अलग कुल 5 टीमों को लगाया गया है। गैर जनपदों में भी पुलिस टीम को रवाना किया गया है।
पीएसी जवनों पर हमले के आरोपी मुर्तजा के पिता मुनीर के मुताबिक उनका बेटा पढ़ाई में काफी अच्छा है। नवी मुंबई में वह परिवार के साथ रहते थे, वहीं पर डीएवी पब्लिक स्कूल से उसने 12वीं की पढ़ाई की। इसके बाद उसने आईआईटी मुंबई से केमिकल इंजीनियरिंग की। वर्ष 2015 में पास आउट होने के बाद उसने मुंबई स्थित एक पेट्रोकेमिकल में केमिकल इंजीनियर के तौर पर काम करने लगा।
मुर्तजा जल्द अपने कमरे से नहीं निकलता था और वह दफ्तर भी नहीं जाता था। 10 महीने बाद उसने नौकरी भी छोड़ दी। इसके बाद वर्ष 2017 में उसने जामनगर में नई नौकरी पकड़ ली। लेकिन अक्टूबर 2020 उसने फिर नौकरी छोड़ दी। इसके बाद वह लोग गोरखपुर चले आए। यहां वह मोबाइल एप्लीकेशन बनाता था। बताया जा रहा है कि वह जाकिर नाइक से काफी प्रभावित है। वह उसका स्पीच अक्सर सुना करता है।
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