प्रकाश सिंह
गोंडा: कहा जाता है बच्चे भगवान का रूप होते हैं। शायद यही वजह है कि बच्चों को गोद में उठाते ही अजीब सा सकून महसूस होता है। बच्चों को देखकर क्रूर से क्रूर व्यक्ति को उनपर प्यार आ जाता है। पुलिस और अपराधी का अक्सर क्रूर चेहरा सामने आ जाता है। लेकिन वहीं कुछ पुलिसवाले ऐसे हैं जो मानवता के लिए मिशाल भी हैं। कुछ इसी तरह गोंडा के पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्र का भी चेहरा देखने को मिला। दीपावली के पर्व पर वह बाल संरक्षण/ शिशु गृह पहुँचकर बच्चों को उपहार, मिठाई, टॉफी चॉकलेट आदि भेंट कर उनके साथ कुछ पल बिताए तथा बच्चों को गोंद में उठाकर दुलार किया।
बच्चों ने भी अपनेपन का एहसास पाकर पुलिस अधीक्षक को कहा, हैप्पी दिवाली सर। इसके बाद पुलिस अधीक्षक ने वृद्धाश्रम गोंडा पहुँचकर वृद्धजनों के साथ दीपावली मनाई तथा मिठाई, फल, कम्बल उपहार आदि भेंट कर कुशलक्षेम पूछा तथा उनके साथ कुछ पल बिताकर उन्हें अपनेपन का एहसास दिलाया। पुलिस अधीक्षक ने आश्वासन दिया कि भविष्य में किसी भी प्रकार की कोई समस्या हो तो पुलिस को तुरन्त बताएं आपकी तत्परता से सहायता की जाएगी।
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पुलिस अधीक्षक ने प्रभारी निरीक्षक कोतवाली नगर को निर्देशित किया है कि समय-समय वृद्धाआश्रम आकर वृद्धजनों का कुशलक्षेम पूछते रहे। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि आप हमारे ही परिवार के सदस्य हैं। आप कहीं से अपने आप को असहाय एवं अकेला ना समझे।
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