प्रकाश सिंह
बस्ती: सरकारी धन का बंदरबांट होता है, यह बात सबको पता है। सरकारी अधिकारी व कर्मचारी मिलकर सरकार की तरफ से चलाई जा रही योजनाओं में लूट मचाते हैं और अगर कोई इसके खिलाफ आवाज भी उठाए तो उसको इतना प्रताड़ित कर दिया जाता है, जिसे देखकर कोई भी इस तरह की हिमाकत करने की कोशिश नहीं करता। ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए शासन से जमकर बजट अवंटित हो रहा है। कड़वा सच है कि ग्रामीण योजनाओं पर अगर सुचिता के साथ इन पैसों को खर्च किया जाता तो गांव और ग्रामीणों की हालत बदल गई होती। योगी सरकार ने ग्रामीण स्तर पर सुधार के लिए पूर्व प्रधानों के कामकाजों की जांच कराने के निर्देश दिए थे। इससे यह लगने लगा था कि लुटेरे प्रधानों की पोल खुलेगी और आगे से सरकार धन की लूट भी रुकेगी। लेकिन सालभर का समय बीतने को है, मगर ऐसा कुछ होता नहीं दिख रहा है। हां कुछ लोगों को लगता था कि वह भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाएंगे तो कार्रवाई होगी। बस्ती जनपद के लोढ़वा गांव निवासी तिलकराम यादव ने ऐसा किया भी। लेकिन नक्कारखानों में उनकी आवाज दबाने की पूरी कोशिश की जा रही है।
तिलकराम यादव ने गांव के उन कार्यों को लेकर पूर्व प्रधान अनीता के खिलाफ जांच की मांग की जिसे सरकारी फाइल में करा दिया गया है, लेकिन हकीकत में कुछ हुआ ही नहीं है। क्षेत्र में प्रधान का रसूख इस कदर काबिज है कि शिकायत किए महीनों बीत गए हैं। मुख्यविकास अधिकारी डॉ. राजेश कुमार प्रजापति मामले में बड़े भ्रष्टाचार को देखते हुए 12 जनवरी, 2022 को जांच के लिए दो सदस्यी जांच टीम गठित की थी, जिसमें जिला पूर्ति अधिकारी और अवर अभियंता लोक निर्माण विभाग, निर्माण खंड प्रथम बस्ती को शामिल किया गया था। जबकि जून महीना चल रहा है, लेकिन जनवरी महीने में गठित जांच टीम आज तक मौके पर जांच करने नहीं पहुंची। इस बीच प्रधान अनीता के पति की तरफ से शिकायत कर्ता तिलकराम यादव को जानमाल की धमकी भी दी जा रही है।
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ग्राम प्रधान की प्रताड़ना और धमकी से तंग आकर तिलकराम यादव ने गांव में हुए भ्रष्टाचार की शिकायत मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर भी 27 मई, 2022 को किया। जिसमें 15 दिनों के अंदर शिकायत के निस्तारण होने का भरोसा भी मिला था। लेकिन अभी तक न तो किसी तरह की जांच हुई है, और न ही कार्रवाई होने की कोई उम्मीद नजर आ रही है। वहीं ग्राम प्रधान की तरफ से दी जा रही धमकी के चलते शिकायत कर्ता तिलकराम यादव को अपने साथ किसी तरह की अनहोनी होने की आशंका सता रही है।
प्रधान को मिल रहा भाजपा नेता का शह
शिकायत के बावजूद ग्राम प्रधान पर कार्रवाई न होने के पीछे एक भाजपा नेता के हाथ होने की बात कही जा रही है। चर्चा है कि बीजेपी एमएलसी पूर्व प्रधान अनीता के भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने में लगे हुए हैं। चर्चा यह भी है कि बीजेपी एमएलसी बिरादरीवाद से ग्रसित होकर अपनी ही सरकार की मंशा पर पानी फेरने में लगे हैं।
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