मुंबई: कोरोना की दूसरी लहर समाप्त हो चुकी है, तो वहीं तीसरी लहर की अहट होने लगी है। चीजों के सामान्य होते ही लोग महामारी के कहर को भूलते हुए जिस तरह से बहार निकलना शुरू कर दिए हैं, उससे कोरोना की तीसरी लहर को रोक पाना काफी मुश्किल नजर आ रहा है। महाराष्ट्र में तीसरी लहर की आशंका बढ़ गई है। यहां एक बार फिर से कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी होती दिख रही है। महाराष्ट्र में गुरुवार को 9844 नए संक्रमण के मामले पाए गय हैं। ज्ञात हो कि महाराष्ट्र में डेल्टा प्लस वेरिएंट के भी मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं।
गौरतलब है कि गत वर्ष भारत में कोरोना के मामलों की शुरुआत से महाराष्ट्र कोविड 19 का हॉटस्पाट बना रहा है। कोरोना की दूसरी लहर में भी सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र से ही आए। पूरे भारत में कोरोना से नुकसान के मामले में महाराष्ट्र सबसे टॉप राज्यों में रहा।ज्ञात हो कि महाराष्ट्र में कोरोना का पहला मामला 9 मार्च, 2019 को पुणे में पाया गया था। आंकड़ों के मुताबिक महाराष्ट्र में अब तक कोरोना के कुल 6,007,431 मामले सामने आ चुके हैं। जबकि राज्य में कुल एक्टिव मामले 121,767 है, तो वहीं कोरोना के संक्रमण से मरने वालों की संख्या 119,859 हो गई है। राज्यों में सबसे ज्यादा मौत का आंकड़ा पुणे से है। पुणे में सबसे ज्यादा 16,456 संक्रमितों की मौत हुई है, जबकि मुंबई में 15,348 मरीजों की मौत हुई है।
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महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे गुरुवार को सात जिलों के स्थानीय प्रशासन के साथ बैठक की, जिसमें उन्होंने सभी अधिकारियों को कोरोना की तीसरी लहर से बचने के लिए हर संभव प्रयास करने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य विभाग को स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित कर स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को और बेहतर बनाने की योजना तैयार करने को कहा है। डेल्टा प्लस के मुद्देनजर उन्होंने प्रशासन को राज्य में अधिक छूट देकर जोखिम न उठाने के लिए कहा है।
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