गाजियाबाद। कोरोनवारस (Coronavirus) के दौरान सरकारी व्यवस्था की पोल खुली है वही लोगों की लापरवाही भी भारी है। इस महामारी के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए सरकार ने हर स्तर के प्रयास किए, लेकिन लोग एक—दूसरे पर दोषारोपण करके खुद की जिम्मेदारियों से बचते रहे। वहीं उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जनपद के अंतर्गत आने वाले गांव के लोग ने अपनी जिम्मेदारी समझते हुए और खुद के प्रयास से अपने गांव को कोरोनावायरस (Coronavirus) से मुक्त कर चुके हैं। गाजियाबाद की 161 ग्राम पंचायतों में से 41 गांव पूरी तरह से कोरोना मुक्त हो चुके हैं। इतना ही नहीं इन गांवों में आगे भी कोरोना संक्रमण न फैले इसके लिए गांव वालों ने अलग तरह का लॉकडाउन लगा रखा है। इन गांवों में सर्वसम्मति से कंटेनमंट घोषित कर नई गाइडलाइन बनाई गई है, जिसका पालन हर व्यक्ति को करना होगा।
कोरोना मुक्त हुआ गांव
गौरतलब है कि पंचायत चुनाव के बाद इन गांवों में कोरोना ने तेजी से अपना पांव पसारना शुरू किया था। लेकिन गांव वालों की सतर्कता ने कोरोना के फैलाव को न सिर्फ रोका बल्कि पूरे गांव को सुरिक्षत बचा भी लिया। हालांकि यहां के लोग पहले से ही कोरोनावायरस के संक्रमण को लेकर बेहद संजीदा थे। इसी का नतीजा रहा कि गाजियाबाद का देहात क्षेत्र पिछले साल यानि कोरोना की पहली लहर में भी 90 फीसदी तक संक्रमण से मुक्त रहा। सरकारी आंकड़ों की मानें तो गाजियाबाद के 41 गांव पूरी तरह से कोरोना मुक्त हो चुके हैं।
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ऐसे दी कोरोना को मात
बता दे कि इन गांवों कोराना का लक्षण दिखते ही लोग सतर्क हो गए। लोगों ने सूझबूझ का परिचय देते हुए बीमार लोगों को क्वरंटाइन कराकर उनका इलाज शुरू करा दिया। इससे कोरोना का फैलाव शुरुआत में ही थम गया। शुक्रवार तक ये गांव पूरी तरह से कोरोना मुक्त हो गए। सरकारी रिकॉर्ड में अब इन गांवों में एक भी कोरोना का मरीज नहीं है। इन गांवों में कोरोना का संक्रमण दोबारा न फैलने इसके लिए गांव वालों ने नई शुरूआत की है। गांव वालों ने स्वैच्छिक सामुदायिक कंटेनमेंट नियम को लागू किया है। इसके तहत इन गांवों में रहने वाले लोग इस तरह के नियमों का पालन करेंगे, जिससे उनका गांव संक्रमण के चपेट में आने से बचा रहे। हालांकि यह नई गाइडलाइन प्रशासन की तरफ से जारी किया गया है, जिसका पालन करना हर किसी की जिम्मेदारी है।
इन नियमों का किया जाएगा पालन
- बहुत जरूरी होने पर ही लोग अपने घरों से निकलेंगे
- गांवों की दुकानों को खोलने का समय तय होगा
- दुकान पर सामान लेते व देते समय मास्क लगाना अनिवार्य रहेगा
- सामान देने से पहले व दुकान में रखने के बाद उसे सेनेटाइटाइज किया जाएगा
- दुकानों के बाहर गोले खींचे जाएंगे, जिसका पालन सभी को करना होगा
- कोविड जांच स्थल व आईसोलेशन वार्ड चिन्हित होगा
- बाहर से आने वाले की जांच के बाद ही गांव में इंट्री होगी
- रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उसे आईसोलेशन वार्ड में ही रहना होगा
- निगेटिव रिपोर्ट आने वाले को ही गांव में प्रवेश मिलेगा
- ग्राम प्रधान की तरफ से दो लोगों को कंम्युनिटी पुलिसिंग के लिए रखा जाएगा
- किसी भी सूरत में लोग समूह में एकत्र नहीं होंगे
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